काशी तमिल संगमम कार्यक्रम के तहत संगमनगरी पहुंचा दल, पीएम मोदी और सीएम योगी को दिया धन्यवाद
प्रयागराज, 10 दिसंबर (आईएएनएस)। काशी तमिल संगमम कार्यक्रम में शामिल होने के लिए दल बुधवार को संगमनगरी पहुंचा। वीआईपी घाट पर स्थित स्वागत पंडाल में सांस्कृतिक कार्यक्रमों की प्रस्तुति हुई।
स्वागत समारोह के उपरांत मेहमानों को नौका विहार कराया गया। इस यात्रा से उत्तर और दक्षिण की संस्कृति, परंपराओं और वातावरण को समझने तथा एक-दूसरे की भाषा जानने और संवाद करने का अवसर मिल रहा है। वहीं, संगमनगरी पहुंचे इस दल के लोगों ने देश के प्रधानमंत्री मोदी और उत्तर प्रदेश सरकार के मुखिया योगी आदित्यनाथ की जमकर सराहना की।
दल के एक सदस्य ने कहा कि हम प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को धन्यवाद कहना चाहते हैं। प्रधानमंत्री मोदी और सीएम योगी आदित्यनाथ ने अच्छी व्यवस्था की थी। हम तमिलनाडु के लोगों की तरफ से दोनों को धन्यवाद देना चाहते हैं।
एक अन्य ने कहा कि वे प्रधानमंत्री और उत्तर प्रदेश के सीएम को धन्यवाद कहना चाहते हैं। काशी विश्वनाथ के दर्शन करके बहुत आनंद आया। बहुत अच्छी सुविधाओं के साथ हमें प्रयागराज लाया गया। हमने गंगा, सरस्वती और यमुना के संगम में स्नान करके बहुत आनंद लिया। तमिलनाडु की तरफ से मैं पीएम मोदी और सीएम योगी को धन्यवाद देना चाहता हूं।
दल के एक अन्य सदस्य ने कहा कि हमें काशी और प्रयागराज पहुंचने का मौका मिला। अब पीएम मोदी और सीएम योगी को धन्यवाद देते हैं। हमारा बहुत अच्छे से स्वागत किया गया। हमारे लिए अच्छी व्यवस्था की गई थी। हम उत्तर प्रदेश के लोगों को भी अपने यहां आमंत्रित करते हैं। यहां के लोग हमारे यहां आएं और हमारी संस्कृति को देखें।
काशी तमिल संगमम 4.0, 2 दिसंबर को शुरू हुआ। इसके तहत तमिलनाडु और काशी के बीच सांस्कृतिक और सभ्यतागत जुड़ाव को बढ़ाने की कोशिश की गई है। प्रमुख कार्यक्रमों में तमिल करकलम (वाराणसी के स्कूलों में तमिल पढ़ाना), तमिल करपोम (काशी क्षेत्र के 300 छात्रों के लिए तमिल सीखने का स्टडी टूर), और ऋषि अगस्त्य वाहन अभियान (तेनकासी से काशी तक सभ्यतागत मार्ग का पता लगाना) शामिल हैं। इस साल का संगमम रामेश्वरम में एक विशाल समापन समारोह के साथ खत्म होगा, जो काशी से तमिलनाडु तक संस्कृति के उद्भव और विकास को सांकेतिक रूप से पूरा करेगा।
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