झारखंड: हजारीबाग में नौ साइबर क्रिमिनल गिरफ्तार, चारपहिया वाहन और 27 मोबाइल सहित कई सामान बरामद
हजारीबाग, 24 दिसंबर (आईएएनएस)। झारखंड के हजारीबाग जिले की पुलिस ने साइबर क्रिमिनल के एक बड़े गिरोह का पर्दाफाश किया है। शहर के विनोबा भावे नगर में बुधवार को की गई छापेमारी के दौरान गिरोह के कुल नौ लोगों को गिरफ्तार किया गया है। आरोप है कि ये लोग फर्जी संस्था बनाकर मुद्रा लोन दिलाने के नाम पर लोगों से ऑनलाइन ठगी कर रहे थे। पकड़े गए नौ साइबर ठगों में से छह तेलंगाना राज्य के निवासी हैं।
पुलिस अधीक्षक अंजनी अंजन ने इस संबंध में शिकायत मिलने के बाद मामले को गंभीरता से लेते हुए अनुमंडल पुलिस पदाधिकारी अमित कुमार के नेतृत्व में विशेष टीम गठित की थी। इस टीम ने तकनीकी साक्ष्यों और गुप्त सूचना के आधार पर छापेमारी कर आरोपियों को गिरफ्तार किया।
पुलिस ने आरोपियों के पास से एक चार पहिया वाहन, 27 मोबाइल फोन, भारी संख्या में सिम कार्ड, रजिस्टर, पहचान से जुड़े दस्तावेज और अन्य आपत्तिजनक सामग्री बरामद की है। प्रारंभिक जांच में सामने आया है कि आरोपी अलग-अलग सिम कार्ड और मोबाइल फोन का इस्तेमाल कर लोगों को झांसे में लेते थे और लोन स्वीकृत कराने के नाम पर प्रोसेसिंग फीस, रजिस्ट्रेशन चार्ज और अन्य मदों में पैसे ऐंठते थे।
गिरफ्तार आरोपियों की पहचान शिवानंद सिंह, नानावत महेश, सचिन कुमार, बनावत पवन, अखिल राठौर, कोडावत सचिन, सारंगी विष्णु, नाका शिवा और फरियादी अंसारी के रूप में हुई है। पुलिस के अनुसार ये सभी आरोपी दूसरे राज्यों के हैं और हजारीबाग में ठिकाना बनाकर लंबे समय से साइबर ठगी की गतिविधियों को अंजाम दे रहे थे।
अनुमंडल पुलिस पदाधिकारी सदर अमित आनंद ने बताया कि इस मामले में कोर्रा थाना में संबंधित धाराओं के तहत प्राथमिकी दर्ज कर ली गई है। पुलिस आरोपियों से पूछताछ कर गिरोह के अन्य सदस्यों और इनके नेटवर्क से जुड़े खातों व लेनदेन की जानकारी जुटा रही है। साथ ही यह भी पता लगाया जा रहा है कि अब तक कितने लोगों को इस गिरोह ने अपना शिकार बनाया है।
पुलिस ने आम जनता से अपील की है कि किसी भी प्रकार के लोन या सरकारी योजना के नाम पर फोन कॉल, लिंक या दस्तावेजों के झांसे में न आएं। संदिग्ध गतिविधियों की सूचना तुरंत पुलिस या साइबर हेल्पलाइन पर दें।
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