गाजा पर चर्चा के लिए अमेरिकी विशेष दूत कतर, मिस्र और तुर्की के अधिकारियों से मिलेंगे
वॉशिंगटन, 18 दिसंबर (आईएएनएस)। गाजा के भविष्य को लेकर जारी क्षेत्रीय अस्थिरता के बीच अमेरिका इस सप्ताह मिडिल ईस्ट के प्रमुख साझेदार देशों के साथ नई कूटनीतिक वार्ता करेगा। वॉशिंगटन अपनी राजनयिक कोशिशों को और तेज कर रहा है।
एक वरिष्ठ अमेरिकी विदेश विभाग अधिकारी ने बताया, “विशेष दूत विटकॉफ शुक्रवार को मियामी में कतर, मिस्र और तुर्की के वरिष्ठ अधिकारियों से मुलाकात करेंगे, जहां गाजा में अगले चरण पर चर्चा होगी।”
मियामी में होने वाली इस बैठक में वे तीन देश शामिल होंगे, जिन्होंने गाजा युद्ध शुरू होने के बाद से क्षेत्रीय कूटनीति में अहम भूमिका निभाई है। हालांकि बैठक के एजेंडे को सार्वजनिक नहीं किया गया है, लेकिन ‘अगले चरण’ के उल्लेख से संकेत मिलता है कि बातचीत केवल तत्काल संघर्षविराम तक सीमित नहीं रहेगी, बल्कि सुरक्षा व्यवस्थाओं, मानवीय सहायता की पहुंच और दीर्घकालिक राजनीतिक विकल्पों जैसे मुद्दों पर भी विचार किया जा सकता है।
कतर और मिस्र गाजा से जुड़ी पिछले कई वार्ताओं में मध्यस्थ की भूमिका निभाते रहे हैं, जिनमें संघर्षविराम और मानवीय सहायता से जुड़े प्रयास शामिल हैं। वहीं तुर्की ने भी संघर्ष की शुरुआत से ही क्षेत्रीय और अंतरराष्ट्रीय स्तर पर सक्रिय कूटनीतिक भूमिका निभाने की कोशिश की है।
गाजा संघर्ष अक्टूबर 2023 में हमास द्वारा इज़राइल पर किए गए हमले के बाद शुरू हुआ, जिसके जवाब में इज़राइल ने बड़े पैमाने पर सैन्य अभियान चलाया। इसके चलते गाजा में गंभीर मानवीय संकट पैदा हुआ है। नागरिकों की भारी हताहतों और व्यापक तबाही ने वैश्विक चिंता बढ़ा दी है।
अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने हाल के बयानों में गाजा और व्यापक मध्य पूर्व स्थिति का बार-बार उल्लेख किया है। व्हाइट हाउस में हनुक्का समारोह के दौरान ट्रंप ने कहा, “हमने गाजा में युद्ध खत्म करने के लिए संघर्षविराम समझौता किया, जिसे सभी असंभव बता रहे थे।”
उन्होंने यह भी कहा कि अमेरिका ने “मध्य पूर्व में एक नए और खूबसूरत शांति युग की शुरुआत की है, जहां किसी को शांति की उम्मीद नहीं थी।”
बुधवार को राष्ट्र के नाम संबोधन में ट्रंप ने दावा किया कि उनकी सरकार ने “गाजा में युद्ध समाप्त किया, 3,000 वर्षों में पहली बार मध्य पूर्व में शांति लाई और जीवित व मृत सभी बंधकों की रिहाई सुनिश्चित की।”
--आईएएनएस
डीएससी
