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समुद्री सीमा पार करने के आरोप में श्रीलंकाई नौसेना ने तमिलनाडु के तीन मछुआरों को गिरफ्तार किया

चेन्नई, 28 दिसंबर (आईएएनएस)। श्रीलंकाई नौसेना ने रविवार तड़के इंटरनेशनल मैरीटाइम बाउंड्री लाइन (आईएमबीएल) पार करने के आरोप में तमिलनाडु के तीन मछुआरों को गिरफ्तार कर लिया। ये मछुआरे रामनाथपुरम जिले के मंडपम के रहने वाले थे।
 
समुद्री सीमा पार करने के आरोप में श्रीलंकाई नौसेना ने तमिलनाडु के तीन मछुआरों को गिरफ्तार किया

चेन्नई, 28 दिसंबर (आईएएनएस)। श्रीलंकाई नौसेना ने रविवार तड़के इंटरनेशनल मैरीटाइम बाउंड्री लाइन (आईएमबीएल) पार करने के आरोप में तमिलनाडु के तीन मछुआरों को गिरफ्तार कर लिया। ये मछुआरे रामनाथपुरम जिले के मंडपम के रहने वाले थे।

आधिकारिक सूत्रों के अनुसार, मछुआरे रोजाना की तरह मछली पकड़ने निकले थे, तभी श्रीलंकाई नौसेना के जवानों ने उनकी नाव (मशीनी नाव) को रोक लिया और आरोप लगाया कि वह श्रीलंकाई समुद्री सीमा में घुस गई थी।

इसके बाद मछुआरों को हिरासत में ले लिया गया और उनकी जब्त नाव के साथ आगे की पूछताछ के लिए उत्तरी श्रीलंका के कांकेसंतुरई नौसैनिक कैंप में ले जाया गया।

इस ताजा गिरफ्तारी से रामनाथपुरम और आस-पास के तटीय जिलों में मछली पकड़ने वाले समुदायों में चिंता फैल गई है, जहां परिवार अपनी रोजी-रोटी के लिए लगभग पूरी तरह से गहरे समुद्र में मछली पकड़ने पर निर्भर हैं।

मछुआरों के संगठनों ने कहा कि इस घटना के लिए लंबे समय तक चलने वाले राजनयिक समाधान के लिए बार-बार अपील करने के बावजूद, हाल के महीनों में ऐसी गिरफ्तारियां चिंताजनक रूप से बढ़ गई हैं।

याद दिला दें कि हाल ही में, रामनाथपुरम के तमिलनाडु के दस मछुआरों को श्रीलंकाई नौसेना ने गिरफ्तार किया था। मुख्यमंत्री एम.के. स्टालिन ने विदेश मंत्री एस. जयशंकर को एक पत्र लिखकर गिरफ्तार मछुआरों और उनकी नाव को छुड़ाने के लिए तत्काल राजनयिक हस्तक्षेप का आग्रह किया था।

अपने पत्र में, मुख्यमंत्री ने श्रीलंकाई नौसेना द्वारा भारतीय मछुआरों की लगातार गिरफ्तारी और कथित उत्पीड़न पर गंभीर चिंता व्यक्त की थी।

सीएम स्टालिन ने पत्र में बताया था कि पाक खाड़ी क्षेत्र में पारंपरिक मछली पकड़ने के अधिकार पीढ़ियों से चले आ रहे हैं और समुद्र में स्पष्ट रूप से सीमांकित समुद्री सीमा न होने के कारण मछुआरे अक्सर अनजाने में भटक जाते हैं।

उन्होंने केंद्र सरकार से श्रीलंका के साथ उच्चतम राजनयिक स्तर पर इस मामले को उठाने और ऐसी बार-बार होने वाली घटनाओं को रोकने के लिए एक स्थायी और मानवीय समाधान खोजने का आग्रह किया।

मुख्यमंत्री ने यह भी बताया कि पिछले मामलों से कई तमिलनाडु के मछुआरे अभी भी श्रीलंकाई हिरासत में हैं। साथ ही राज्य सरकार की ओर से उनकी तत्काल रिहाई के साथ-साथ जब्त नावों को भी वापस करने की मांग दोहराई।

--आईएएनएस

एससीएच