हैदराबाद में तीन ड्रग पेडलर गिरफ्तार, मादक पदार्थ जब्त
हैदराबाद, 14 दिसंबर (आईएएनएस)। हैदराबाद नारकोटिक्स एनफोर्समेंट विंग (एच-एनईडब्ल्यू) ने तीन ड्रग पेडलर्स को गिरफ्तार करके 11 ग्राम एमडीएमए जब्त किया है।
मसाब टैंक पुलिस के साथ मिलकर एक जॉइंट ऑपरेशन में एच-एनईडब्ल्यू के जासूसों ने उप्पुतुरी कार्तिक, चिरुमामिला बालाजी और तंद्रा दीपक को गिरफ्तार किया और उनके पास से 11 ग्राम एमडीएमए, तीन मोबाइल फोन, एक टू-व्हीलर और एक फोर-व्हीलर, जिनकी कुल कीमत 4.65 लाख रुपए है, जब्त किए।
कार्तिक उर्फ एलेक्स (37) आंध्र प्रदेश के प्रकाशम जिले का रहने वाला है, जबकि बालाजी (32) और दीपक (29) तेलंगाना के मेडचल मलकाजगिरी जिले के जीदीमेटला के रहने वाले हैं।
पुलिस के मुताबिक, आर्थिक परेशानी से जूझ रहे कार्तिक को अपने जीजा बालाजी से एमडीएमए खरीदने के बारे में पता चला, जिसका क्रिमिनल बैकग्राउंड है। वह सप्लायर से ड्रग खरीदने के लिए बेंगलुरु जाने लगा और एमडीएमए को 1-ग्राम के पैकेट में पैक करके हैदराबाद में मुनाफे पर बेच रहा था।
बालाजी, जिसने खुद भी एमडीएमए का इस्तेमाल किया था, पहले भी एमडीपीएस एक्ट के तहत एमडीएमए बेचने के एक मामले में शामिल था। जेल से छूटने के बाद, वह अपनी महंगी लाइफस्टाइल की जरूरतों को पूरा करने के लिए फिर से एमडीएमए बेचने लगा। वह अपने चचेरे भाई कार्थीक से 4 हजार रुपए प्रति ग्राम के हिसाब से ड्रग खरीदता था और उसे ज्यादा कीमतों पर बेचता था। बाद में उसने एक रेगुलर कस्टमर दीपक को भी इस धंधे में शामिल कर लिया और उसे दोबारा बेचने के लिए एमडीएमए सप्लाई करने लगा।
दीपक, जो बीटेक (सिविल) का स्टूडेंट है और एक कंपनी में काम भी करता है, एमडीएमए का आदी हो गया। महंगी लाइफस्टाइल बनाए रखने के लिए, उसने खुद एमडीएमए इस्तेमाल करने के बजाय इसे जान-पहचान के लोगों को बेचना शुरू कर दिया।
वह बालाजी के अंडर सब-पेडलर के तौर पर काम करने लगा, जिससे वह रेगुलर ड्रग खरीदता था। वह 1 ग्राम एमडीएमए 5 हजार रुपए में खरीदता था और अपने जान-पहचान के कस्टमर्स को मुनाफे के लिए बेचता था।
टास्क फोर्स/एच-एनईडब्ल्यू के डिप्टी कमिश्नर ऑफ पुलिस, गायकवाड़ वैभव रघुनाथ ने बताया कि समाज में युवाओं में नशे की लत बढ़ रही है, जिससे परिवार और पूरे समाज के लिए खतरनाक नतीजे हो रहे हैं।
एच-एनईडब्ल्यू ने लोगों से नशे से दूर रहने की अपील की और माता-पिता को सलाह दी कि वे अपने बच्चों की गतिविधियों पर नजर रखें ताकि वे ड्रग्स के शिकार न हों।
--आईएएनएस
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