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नेशनल करियर सर्विस पोर्टल के जरिए जॉब सीकर्स के लिए 8 करोड़ से अधिक वैकेंसी करवाई गईं उपलब्ध : मनसुख मांडविया

नई दिल्ली, 8 दिसंबर (आईएएनएस)। केंद्रीय श्रम और रोजगार मंत्री मनसुख मांडविया ने सोमवार को संसद में जानकारी देते हुए बताया कि इस वर्ष 20 नवंबर तक सरकार के नेशनल करियर सर्विस (एनसीएस) पोर्टल पर सभी जॉब सीकर्स के लिए 8.17 करोड़ वैकेंसियां उपलब्ध करवाई गईं।
 
नेशनल करियर सर्विस पोर्टल के जरिए जॉब सीकर्स के लिए 8 करोड़ से अधिक वैकेंसी करवाई गईं उपलब्ध : मनसुख मांडविया

नई दिल्ली, 8 दिसंबर (आईएएनएस)। केंद्रीय श्रम और रोजगार मंत्री मनसुख मांडविया ने सोमवार को संसद में जानकारी देते हुए बताया कि इस वर्ष 20 नवंबर तक सरकार के नेशनल करियर सर्विस (एनसीएस) पोर्टल पर सभी जॉब सीकर्स के लिए 8.17 करोड़ वैकेंसियां उपलब्ध करवाई गईं।

लोकसभा में एक प्रश्न के लिखित जवाब में केंद्रीय मंत्री मांडविया ने कहा कि एनसीएस पोर्टल की शुरुआत से 20 नवंबर तक महिलाओं, एससी/एसटी और ईडब्ल्यूएस कैटेगरी में 6.02 करोड़ जॉब सीकर्स और 54.27 लाख नियोक्ताओं को रजिस्टर किया जा चुका है।

उन्होंने आगे कहा कि मंत्रालय एनसीएस पोर्टल को चला रहा है, जो कि करियर से जुड़ी सर्विस के लिए एक वन-स्टॉप सॉल्यूशन की तरह काम करता है। प्लेटफॉर्म में प्राइवेट और गवर्मेंट सेक्टर, ऑनलाइन-ऑफलाइन जॉब फेयर की जानकारी, जॉब सर्च एंड मैचिंग, करियर काउंसिलिंग, वोकेशनल गाइडेंस, स्किल डेवलपमेंट कोर्स और ट्रेनिंग प्रोग्राम से जुड़ी जानकारियां मिलती हैं।

उन्होंने आगे कहा कि एनसीएस प्रोजेक्ट में रोजगार से जुड़ी सेवाओं को डिलीवर करने के लिए राज्य और संस्थानों के सहयोग से मॉडल करियर सेंटर (एमसीसीज) सेटअप करने पर भी विचार किया जा रहा है। इसके अलावा, केंद्र की ओर से अभी तक 407 मॉडल करियर सेंटर को अप्रूवल मिल चुका है।

केंद्रीय मंत्री मांडविया ने हाल ही में वर्ल्ड इकोनॉमिक फोरम की 'फ्यूचर ऑफ जॉब्स रिपोर्ट 2025' का हवाला देते हुए कहा था कि भारत की बेरोजगारी दर 2 प्रतिशत है, जो जी-20 देशों में सबसे कम है। उन्होंने भारत की तेज आर्थिक वृद्धि के साथ-साथ विभिन्न क्षेत्रों में हुए रोजगार सृजन और इस दिशा में योगदान देने वाली सरकारी योजनाओं का भी प्रकाश डाला।

उन्होंने जानकारी देते हुए बताया था कि मंत्रालय ने पिछले एक वर्ष में अमेजन और स्विगी सहित दस प्रमुख संगठनों के साथ समझौता ज्ञापनों पर हस्ताक्षर किए हैं। इसके अलावा, उन्होंने बताया कि इन साझेदारियों से अब तक लगभग पांच लाख वैकेंसी पेश हो चुकी हैं।

--आईएएनएस

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