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भारत ने पिछले 10 सालों में 2,361 मेगावाट बायोमास क्षमता जोड़ी: केंद्र

नई दिल्ली, 17 दिसंबर (आईएएनएस)। भारत ने पिछले 10 वर्षों में 2,361 मेगावाट बायोमास क्षमता, 228 मेगावाट वेस्ट-टू-एनर्जी क्षमता और 2.88 लाख बायोगैस प्लांट्स जोड़े हैं। यह उपलब्धि सरकार द्वारा ग्रीन एनर्जी को बढ़ावा देने के लिए दिए गए विभिन्न प्रोत्साहन से हासिल की गई है। यह जानकारी बुधवार को केंद्रीय नवीन और नवीकरणीय ऊर्जा राज्य मंत्री श्रीपद येसो नाइक ने लोकसभा में दी।
 
भारत ने पिछले 10 सालों में 2,361 मेगावाट बायोमास क्षमता जोड़ी: केंद्र

नई दिल्ली, 17 दिसंबर (आईएएनएस)। भारत ने पिछले 10 वर्षों में 2,361 मेगावाट बायोमास क्षमता, 228 मेगावाट वेस्ट-टू-एनर्जी क्षमता और 2.88 लाख बायोगैस प्लांट्स जोड़े हैं। यह उपलब्धि सरकार द्वारा ग्रीन एनर्जी को बढ़ावा देने के लिए दिए गए विभिन्न प्रोत्साहन से हासिल की गई है। यह जानकारी बुधवार को केंद्रीय नवीन और नवीकरणीय ऊर्जा राज्य मंत्री श्रीपद येसो नाइक ने लोकसभा में दी।

केंद्रीय राज्य मंत्री नाइक ने कहा कि मंत्रालय देश में बायोएनर्जी प्रोजेक्ट्स (जैव ऊर्जा परियोजनाएं) को नेशनल बायोएनर्जी प्रोग्राम (एनबीपी) के चरण-1 के तहत समर्थन देता है, जिसे 2 नवंबर 2022 को नोटिफाई किया गया था। इसके लिए 2022-23 से 2025-26 तक की अवधि के लिए 998 करोड़ रुपए का बजट आवंटित किया गया था।

पिछले दस वर्षों में सरकार ने राष्ट्रीय बायोगैस और खाद प्रबंधन कार्यक्रम (एनबीएमएमपी) और नई राष्ट्रीय बायोगैस और जैविक खाद कार्यक्रम (एनएनबीओएमपी) जैसी विभिन्न योजनाओं के जरिए बायोएनर्जी प्रोजेक्ट्स को बढ़ावा दिया।

इसके अलावा, ग्रिड इंटरएक्टिव बायोमास पावर और शुगर मिल्स में बैगास को-जनरेशन को बढ़ावा देने के लिए योजनाएं शुरू की गईं। साथ ही शहरी, औद्योगिक और कृषि अपशिष्टों से ऊर्जा उत्पन्न करने के कार्यक्रम भी शुरू किए गए थे।

अब सरकार का यह कार्यक्रम को-जनरेशन के साथ-साथ पावर जनरेशन के लिए पेलेट्स (छर्रे) और ब्रीकेट्स (ईंधन-ईंटें) के उत्पादन को भी बढ़ावा दे रहा है और इसके लिए वित्तीय प्रोत्साहन भी प्रदान कर रहा है, ताकि पेलेट्स और ब्रीकेट्स का उत्पादन बढ़ सके।

यह योजना थर्मल पावर प्लांट्स में बायोमास के सह-दहन पर राष्ट्रीय मिशन के कार्यान्वयन में सहयोग करती है। इस पहल का उद्देश्य खासकर उत्तरी राज्यों में, पराली जलाने की प्रथा को कम करना है।

देश के एनर्जी मिक्स में ग्रीन एनर्जी की हिस्सेदारी बढ़कर 50 प्रतिशत से अधिक हो गई है। साथ ही, ग्रीन एनर्जी क्षमता बढ़कर 250 गीगावाट से अधिक हो गई है। वहीं, देश सोलर एनर्जी में भी तेजी से विकास कर रहा है।

--आईएएनएस

दुर्गेश बहादुर/एबीएस