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गोवा मुक्ति दिवस: असम के मुख्यमंत्री ने लोगों को दी बधाई, बलिदानों को किया याद

गुवाहाटी, 19 दिसंबर (आईएएनएस)। असम के मुख्यमंत्री हिमंत बिस्वा सरमा ने शुक्रवार को गोवा मुक्ति दिवस के मौके पर गोवा के लोगों को शुभकामनाएं दीं और उन लोगों की हिम्मत और बलिदान को श्रद्धांजलि दी, जिन्होंने इस तटीय राज्य को औपनिवेशिक शासन से आजाद कराने के लिए लड़ाई लड़ी थी।
 
गोवा मुक्ति दिवस: असम के मुख्यमंत्री ने लोगों को दी बधाई, बलिदानों को किया याद

गुवाहाटी, 19 दिसंबर (आईएएनएस)। असम के मुख्यमंत्री हिमंत बिस्वा सरमा ने शुक्रवार को गोवा मुक्ति दिवस के मौके पर गोवा के लोगों को शुभकामनाएं दीं और उन लोगों की हिम्मत और बलिदान को श्रद्धांजलि दी, जिन्होंने इस तटीय राज्य को औपनिवेशिक शासन से आजाद कराने के लिए लड़ाई लड़ी थी।

सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर एक पोस्ट में सीएम सरमा ने लिखा, "गोवा मुक्ति दिवस पर गोवा के मेरे भाइयों और बहनों को हार्दिक शुभकामनाएं। आज हम उन बहादुरों के साहस और बलिदान को सलाम करते हैं जिन्होंने भारत में गोवा को उसका सही स्थान दिलाया।"

सीएम सरमा ने आगे कहा कि आने वाले साल में भी राज्य प्रगति और विकास की राह पर आगे बढ़ता रहे।

बता दें कि गोवा मुक्ति दिवस हर साल 19 दिसंबर को 1961 की ऐतिहासिक घटनाओं की याद में मनाया जाता है, जब भारतीय सेना ने 'ऑपरेशन विजय' को सफलतापूर्वक अंजाम देकर 450 से ज्यादा सालों के पुर्तगाली औपनिवेशिक शासन का अंत किया था।

1947 में भारत को आजादी मिलने के बावजूद, गोवा, दमन और दीव एक दशक से ज्यादा समय तक पुर्तगाली नियंत्रण में रहे, जबकि इस इलाके को भारतीय संघ में मिलाने की डिप्लोमैटिक कोशिशें नाकाम रहीं।

गोवा की आजादी भारत के इतिहास में एक अहम अध्याय था, जो देश के अपने इलाके को पूरी तरह से एकीकृत करने के संकल्प को दिखाता है।

'ऑपरेशन विजय' 48 घंटे से भी कम समय तक चला, उसमें भारतीय सेना, नौसेना और वायु सेना ने मिलकर कार्रवाई की। इसके पश्चात 19 दिसंबर 1961 को पुर्तगाली सेनाओं ने शांतिपूर्वक आत्मसमर्पण कर दिया। गोवा को शुरू में केंद्र शासित प्रदेश बनाया गया और बाद में 1987 में उसे पूर्ण राज्य का दर्जा मिला।

इसी के बाद से देश मगोवा मुक्ति आंदोलन में भूमिका निभाने वाले स्वतंत्रता सेनानियों, सैनिकों और नागरिकों की याद में इस दिन को मनाते हैं।

यह दिन भारत के उपनिवेशवाद के खिलाफ व्यापक संघर्ष और संप्रभुता और एकता के प्रति उसकी प्रतिबद्धता की भी याद दिलाता है।

पिछले कुछ सालों में गोवा भारत के प्रमुख राज्यों में से एक के रूप में उभरा है, जो न केवल पर्यटन के लिए बल्कि शिक्षा, स्वास्थ्य सेवा और बुनियादी ढांचे में लगातार प्रगति के लिए भी जाना जाता है।

--आईएएनएस

पीएसके