मणिपुर में 18 कट्टर उग्रवादी गिरफ्तार, हथियार जब्त
इंफाल, 7 दिसंबर (आईएएनएस)। मणिपुर में सुरक्षा बलों ने पिछले 24 घंटों के दौरान अलग-अलग जिलों से अलग-अलग गैरकानूनी उग्रवादी संगठनों के 18 कट्टर उग्रवादियों को गिरफ्तार किया है। साथ ही, कुछ हथियार और गोला-बारूद भी बरामद किया है। अधिकारियों ने रविवार को यह जानकारी दी।
एक सीनियर अधिकारी ने बताया कि अलग-अलग एक्सट्रीमिस्ट ग्रुप्स के 18 हार्डकोर कैडर पीपल्स लिबरेशन आर्मी (पीएलए) और उसकी विंग रिवोल्यूशनरी पीपल्स फ्रंट (आरपीएफ), कांगलीपाक कम्युनिस्ट पार्टी (केसीपी), पीपल्स रिवोल्यूशनरी पार्टी ऑफ कांगलीपाक (पीआरईपीएके), कांगली यावोल कन्ना लुप (केवाईकेएल) और यूनाइटेड कुकी नेशनल आर्मी (यूकेएनए) के थे।
इन सभी को बिष्णुपुर, इंफाल ईस्ट, इंफाल वेस्ट, थौबल और काकचिंग जिलों से गिरफ्तार किया गया।
गिरफ्तार किए गए लोगों के पास से कुछ छोटे हथियार, हैंड ग्रेनेड, कई आधार कार्ड और कई मोबाइल फोन बरामद किए गए।
एक जॉइंट ऑपरेशन में सिक्योरिटी फोर्सेस ने इंफाल वेस्ट जिले से कुछ एम्युनिशन और दूसरा सामान बरामद किया।
बरामद की गई चीजों में दो सिंगल बैरल गन, एक मैगजीन के साथ पांच पिस्टल, एक एयर पिस्टल, 11 मैगजीन, पांच 12 बोर बैरल कार्ट्रिज, 45 राउंड एके एम्युनिशन, तीन हाई पावर ग्रेनेड, छह डेटोनेटर, पांच कैमोफ़्लेज कैप और एक कैमोफ़्लेज हेलमेट शामिल हैं।
इस बीच, हाल ही में खत्म हुए मणिपुर संगाई फेस्टिवल 2025 में सुमंग लीला एसोसिएशन के पार्टिसिपेंट्स और दूसरे परफॉर्मर्स को बागी ग्रुप्स द्वारा दी गई धमकियों के सिलसिले में, मणिपुर पुलिस ने इंफाल घाटी के पांच जिलों, इंफाल वेस्ट, इंफाल ईस्ट, बिष्णुपुर, थौबल और काकचिंग, में पांच एफआईआर दर्ज किए हैं।
इसमें शामिल लोगों की पहचान करने और उनके खिलाफ जरूरी कानूनी कार्रवाई करने के लिए जांच चल रही है। अभी तक, इन मामलों के सिलसिले में चार मिलिटेंट्स को अरेस्ट किया गया है।
पुलिस ने भरोसा दिलाया है कि राज्य में कल्चरल एक्टिविटीज और पब्लिक इवेंट्स को डराने या रोकने की किसी भी कोशिश के खिलाफ सख्त एक्शन लिया जाएगा।
दो साल के गैप के बाद, 10 दिन का संगाई टूरिज्म फेस्टिवल 21 नवंबर से 30 नवंबर तक इंफाल के हप्ता कांगजेइबुंग में हुआ।
इस बीच, संगाई टूरिज्म फेस्टिवल से पहले, हिंसा से परेशान देश के अंदर बेघर हुए लोगों के अलग-अलग ग्रुप्स और कई सिविल सोसाइटी ऑर्गनाइजेशन्स, जिसमें कोऑर्डिनेटिंग कमिटी ऑन मणिपुर इंटीग्रिटी (सीओसीओएमआई) भी शामिल है, जो कई मेइतेई सिविल सोसाइटी ऑर्गनाइजेशन्स की एक अंब्रेला बॉडी है, ने काम बंद हड़ताल का आह्वान किया था और लोगों से फेस्टिवल का बॉयकॉट करने की अपील की थी और कई प्रोटेस्ट्स ऑर्गनाइज किए थे।
इन ग्रुप्स ने दावा किया कि क्योंकि राज्य सरकार 21 से 30 नवंबर तक सालाना संगाई टूरिज्म फेस्टिवल ऑर्गनाइज कर रही है, इसलिए यह माना जा रहा है कि उनके इलाकों में नॉर्मल हालात वापस आ गए हैं, और इसलिए, उन्हें रिलीफ कैंप में रहने के बजाय घर लौटने की इजाजत दी जानी चाहिए।
सिक्योरिटी फोर्सेज मिलिटेंट्स के खिलाफ बड़े पैमाने पर कार्रवाई जारी रखे हुए हैं, जिसमें अलग-अलग ज़िलों के किनारे, मिली-जुली आबादी वाले और कमजोर इलाकों में सर्च ऑपरेशन और एरिया डोमिनेशन ड्राइव चल रहे हैं।
मणिपुर में घाटी और पहाड़ी दोनों जिलों में कुल 113 नाके/चेकपॉइंट बनाए गए हैं ताकि दुश्मन तत्वों और संदिग्ध गाड़ियों की गैरकानूनी आवाजाही पर रोक लगाई जा सके।
--आईएएनएस
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