हर कहानी-हर फिल्म, मेरे लिए पहचान और संस्कृति को सम्मान देना है: फिल्मकार गुरिंदर चड्ढा
मुंबई, 5 दिसंबर (आईएएनएस)। ब्रिटिश-भारतीय फिल्म निर्माता गुरिंदर चड्ढा का नाम अंतरराष्ट्रीय सिनेमा में बड़े ही सम्मान के साथ लिया जाता है। वह केवल फिल्म निर्माता नहीं हैं, बल्कि भारतीय कहानियों और संस्कृतियों को पश्चिमी दुनिया में पहुंचाने वाली एक मजबूत आवाज भी हैं। उन्होंने अपनी फिल्मों के जरिए कई बार सांस्कृतिक और सामाजिक सीमाओं को तोड़ा है।
चाहे वह 2002 में आई सुपरहिट फिल्म 'बेंड इट लाइक बेकहम' हो या 2004 की 'ब्राइड एंड प्रेजुडिस', उन्होंने हर बार यह साबित किया कि भारतीय कहानियां भी वैश्विक स्तर पर लोगों को आकर्षित कर सकती हैं।
आईएएनएस को दिए इंटरव्यू में गुरिंदर चड्ढा ने अपनी यात्रा और चुनौतियों के बारे में खुलकर बात की। उन्होंने कहा, "ब्रिटेन में फिल्म बनाना मेरे लिए सिर्फ पेशा नहीं है, बल्कि यह एक राजनीतिक कार्य भी है। यह इसलिए महत्वपूर्ण है क्योंकि मैं अपनी फिल्मों में हमेशा नए नजरिए और अनुभव से कहानियां पेश करती हूं। हर कहानी, हर फिल्म मेरे लिए पहचान और संस्कृति को सम्मान देना है।"
गुरिंदर चड्ढा ने कहा, ''पश्चिमी बाजार में भारतीय दृष्टिकोण वाली फिल्मों को अक्सर व्यावसायिक दृष्टि से असफल माना जाता है। लोगों की धारणा है कि अगर किसी पश्चिमी फिल्म में भारतीय अभिनेता मुख्य भूमिका में हों, तो वह सफल नहीं होगी। लेकिन कई बार मैंने उन सीमाओं को तोड़ा है। मैं नई कहानियां और नए तरीके अपनाती आई हूं। मुझे अक्सर एक सीमा में बांधने की कोशिश की जाती है, लेकिन मैं लगातार उन सीमाओं को तोड़कर अपने फिल्म निर्माण के तरीके बदलती रहती हूं।''
गुरिंदर चड्ढा अपनी नई फिल्म 'द क्रिसमस कर्मा' के साथ फिर से दर्शकों के सामने आने के लिए पूरी तरह तैयार हैं। यह फिल्म क्रिसमस पर आधारित है और इसमें हॉलीवुड के लोकप्रिय भारतीय मूल के अभिनेता कुणाल नय्यर मुख्य भूमिका में हैं। इसके अलावा, फिल्म का एक खास आकर्षण इसका संगीत भी है। इस फिल्म में बॉलीवुड शैली में गाया गया प्रसिद्ध क्रिसमस गाना 'लास्ट क्रिसमस' शामिल है, जिसे ग्लोबल स्टार प्रियंका चोपड़ा जोनस ने गाया है।
'द क्रिसमस कर्मा' फिल्म 12 दिसंबर को रिलीज होगी।
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