किशोरियों के सशक्तीकरण में कारगर साबित हो रहा है गुजरात सरकार का ‘सक्षम युविका प्रोजेक्ट’
नवसारी, 21 दिसंबर (आईएएनएस)। गुजरात सरकार की एक अनोखी पहल नवसारी जिले में किशोरियों की जिंदगी में सकारात्मक बदलाव ला रही है। तीन साल पहले जिला पंचायत द्वारा शुरू किया गया सक्षम युविका प्रोजेक्ट क्लास 7 और 8 की छात्राओं के शारीरिक और मानसिक स्वास्थ्य, पोषण और जागरूकता पर ध्यान केंद्रित करता है।
इस प्रोजेक्ट के तहत नियमित स्वास्थ्य जांच, विशेषज्ञों द्वारा सत्र और करियर मार्गदर्शन से किशोर गर्भावस्था और स्कूल छोड़ने वाली लड़कियों की संख्या में कमी आई है। 2025 में, 202 स्कूलों की 7,200 से ज़्यादा लड़कियों को इस प्रोजेक्ट से फायदा हुआ। रियल-टाइम मॉनिटरिंग के लिए एक डेडिकेटेड सक्षम युविका मोबाइल ऐप भी बनाया गया है, जो लड़कियों के सशक्तीकरण और आत्मनिर्भरता को और मजबूत करता है।
पुष्पलता, जिला कार्यक्रम अधिकारी, आईसीडीएस, नवसारी ने बताया कि गुजरात सरकार की ओर से नवसारी जिला पंचायत में तीन साल पहले शुरू किया गया ‘सक्षम युविका प्रोजेक्ट’ आज अपनी सफलता से खासी चर्चा बटोर रहा है। इसके तहत प्राथामिक स्कूलों में पढ़ने वाली किशोरियों यानी कक्षा 7 और 8 की छात्राओं के शारीरिक और मानसिक स्वास्थ्य के अलावा उन्हें आत्मनिर्भर व सशक्त बनाने के लिए कई गतिविधियां आयोजित की जा रही हैं। सक्षम युविका प्रोजेक्ट के अंतर्गत स्कूलों में पढ़ने वाली किशोरियों का जहां नियमित हेल्थ चेकअप किया जा रहा, वहीं उन्हें एक्सपर्ट्स द्वारा मेंस्ट्रुअल हाइजीन, रिप्रोडक्टिव हेल्थ, फाइनेंशियल लिटरेसी, साइबर सिक्योरिटी और साइबर बुलिंग जैसे विषयों के बारे में भी बताया जा रहा है।
कोमलबेन ठाकोर, इंचार्ज, सक्षम युविका प्रोजेक्ट, नवसारी ने कहा कि करियर में आगे क्या करना है, इससे संबंधित विभागों की ओर से जरूरी राय दी जाती है।
सक्षम युविका प्रोजेक्ट’ का मुख्य फोकस किशोरियों की स्वास्थ्य जांच और बेहतर स्वास्थ्य के लिए पूरक आहार उपलब्ध कराने, उन्हें बाल विवाह और किशोरावस्था में प्रेगनेंसी के नुकसान बताने, महिलाओं के खिलाफ हिंसा रोकने से जुड़े कानूनों की जानकारी देने, बेहतर करियर के लिए मार्गदर्शन करने जैसे मुद्दों पर है। इस परियोजना की वजह से नवसारी में न केवल टीनएज प्रेगनेंसी में सुधार हुआ है, बल्कि किशोरियों के स्कूल ड्रॉप आउट में भी कमी आई है।
इस साल नवसारी जिले के 202 प्राथमिक विद्यालयों में 7200 से अधिक किशोरियों को जागरूक करने के लिए विशेष सत्रों का आयोजन किया जा चुका है। सक्षम युविका प्रोजेक्ट की रियल टाइम मॉनिटरिंग के लिए ‘सक्षम युविका’ ऐप भी बनाया गया है। गुजरात सरकार की यह पहल किशोरियों के सशक्तीकरण में बेहद कारगर साबित हो रही है।
--आईएएनएस
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