Aapka Rajasthan

ग्रेटर नोएडा प्राधिकरण ने तीन स्थानों पर बनाए रैन बसेरे

ग्रेटर नोएडा, 13 दिसंबर (आईएएनएस)। लगातार बढ़ती ठंड और शीतलहर को देखते हुए ग्रेटर नोएडा प्राधिकरण ने गरीब, बेसहारा और जरूरतमंद लोगों के लिए बड़ी राहत भरी पहल की है। ठंड के इस मौसम में कोई भी व्यक्ति खुले आसमान के नीचे रात गुजारने को मजबूर न हो, इसके लिए प्राधिकरण की ओर से शहर के तीन प्रमुख स्थानों पर रैन बसेरा बनाए गए हैं। इन रैन बसेरों का उद्देश्य सर्द रातों में जरूरतमंदों को सुरक्षित और गर्म आश्रय उपलब्ध कराना है।
 
ग्रेटर नोएडा प्राधिकरण ने तीन स्थानों पर बनाए रैन बसेरे

ग्रेटर नोएडा, 13 दिसंबर (आईएएनएस)। लगातार बढ़ती ठंड और शीतलहर को देखते हुए ग्रेटर नोएडा प्राधिकरण ने गरीब, बेसहारा और जरूरतमंद लोगों के लिए बड़ी राहत भरी पहल की है। ठंड के इस मौसम में कोई भी व्यक्ति खुले आसमान के नीचे रात गुजारने को मजबूर न हो, इसके लिए प्राधिकरण की ओर से शहर के तीन प्रमुख स्थानों पर रैन बसेरा बनाए गए हैं। इन रैन बसेरों का उद्देश्य सर्द रातों में जरूरतमंदों को सुरक्षित और गर्म आश्रय उपलब्ध कराना है।

ग्रेटर नोएडा प्राधिकरण द्वारा सेक्टर पी-3 के बरातघर, परी चौक स्थित मेट्रो लाइन के नीचे तथा डेल्टा-2 के बरातघर में रैन बसेरों की व्यवस्था की गई है। इन तीनों स्थानों पर बनाए गए रैन बसेरों में प्रत्येक में 25-25 बिस्तरों की सुविधा उपलब्ध कराई गई है। खास बात यह है कि यहां ठहरने वाले लोगों से किसी भी प्रकार का कोई शुल्क नहीं लिया जाएगा, ताकि आर्थिक रूप से कमजोर लोग बिना किसी झिझक के इन सुविधाओं का लाभ उठा सकें।

प्राधिकरण के सीईओ एनजी रवि कुमार ने शहर के विभिन्न स्थानों पर रैन बसेरा बनाए जाने के निर्देश दिए थे। उनके निर्देशों के अनुपालन में परियोजना विभाग ने तेजी से काम करते हुए इन तीनों रैन बसेरों को तैयार कराया है। रैन बसेरों में साफ-सफाई, रोशनी और बिस्तरों की समुचित व्यवस्था की गई है, ताकि यहां ठहरने वालों को सुरक्षित और आरामदायक माहौल मिल सके।

ग्रेटर नोएडा प्राधिकरण के महाप्रबंधक (परियोजना) एके सिंह ने आम नागरिकों से अपील की है कि यदि उन्हें शहर में कोई भी गरीब, असहाय या बेसहारा व्यक्ति ठंड में परेशान दिखाई दे, तो उसे नजदीकी रैन बसेरे तक पहुंचाने में सहयोग करें। उन्होंने कहा कि समाज के सभी वर्गों की भागीदारी से ही इस मानवीय प्रयास को सफल बनाया जा सकता है। महाप्रबंधक ने यह भी स्पष्ट किया कि यदि जरूरत पड़ी तो भविष्य में शहर के अन्य हिस्सों में भी रैन बसेरों की संख्या बढ़ाई जाएगी।

प्राधिकरण की यह पहल न सिर्फ ठंड से बचाव का साधन है, बल्कि समाज के कमजोर वर्गों के प्रति प्रशासन की संवेदनशीलता और जिम्मेदारी को भी दर्शाती है। कड़ाके की सर्दी के बीच ग्रेटर नोएडा प्राधिकरण का यह कदम जरूरतमंदों के लिए बड़ी राहत साबित हो रहा है।

--आईएएनएस

पीकेटी/एएसएच