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गांधीनगर सिविल हॉस्पिटल में मुख्यमंत्री ने मरीजों के रिश्तेदारों को अपने हाथों से परोसा खाना

गांधीनगर, 24 दिसंबर (आईएएनएस)। गुजरात के मुख्यमंत्री भूपेंद्र पटेल बुधवार को गांधीनगर के सिविल हॉस्पिटल पहुंचे और वहां की स्वास्थ्य व्यवस्थाओं का जायजा लिया। इस दौरान उन्होंने हॉस्पिटल में चल रहे 'कुसुम बा अन्न क्षेत्र' का दौरा किया और मरीजों के रिश्तेदारों को अपने हाथों से खाना परोसा।
 
गांधीनगर सिविल हॉस्पिटल में मुख्यमंत्री ने मरीजों के रिश्तेदारों को अपने हाथों से परोसा खाना

गांधीनगर, 24 दिसंबर (आईएएनएस)। गुजरात के मुख्यमंत्री भूपेंद्र पटेल बुधवार को गांधीनगर के सिविल हॉस्पिटल पहुंचे और वहां की स्वास्थ्य व्यवस्थाओं का जायजा लिया। इस दौरान उन्होंने हॉस्पिटल में चल रहे 'कुसुम बा अन्न क्षेत्र' का दौरा किया और मरीजों के रिश्तेदारों को अपने हाथों से खाना परोसा।

यह अन्न क्षेत्र साल 2022 से हॉस्पिटल आने वाले मरीजों और उनके परिवार वालों को मुफ्त और शुद्ध खाना देने का काम कर रहा है। यहां एक बार में करीब 200 लोग बैठकर खाना खा सकते हैं, जिससे मरीजों के परिवार के लिए खाना लेने की कोई दिक्कत नहीं होती।

सीएम ने इस मौके पर मरीजों के रिश्तेदारों से बातचीत भी की और उनका हाल जाना। उनका कहना था कि ऐसे फ़ूड सेंटर मरीजों और उनके परिवारों के लिए बहुत मददगार हैं। अस्पताल में इलाज के दौरान परिवार वालों को खाना और आराम की चिंता नहीं करनी पड़ती, जिससे उन्हें मदद मिलती है और वे मरीज की देखभाल बेहतर तरीके से कर पाते हैं।

भूपेंद्र पटेल ने अपने सोशल मीडिया 'एक्स' अकाउंट पर इस दौरे की तस्वीरें भी पोस्ट कीं। उन्होंने लिखा कि 'कुसुम बा अन्न क्षेत्र' गांधीनगर के सिविल हॉस्पिटल में आने वाले मरीजों के रिश्तेदारों को मुफ्त में शुद्ध खाना देने की बहुत अच्छी सर्विस दे रहा है। आज मैंने इस फ़ूड सेंटर का दौरा किया और मरीजों के रिश्तेदारों को खाना परोसने का मौका मिला। मैंने उनसे बातचीत की और उनकी सेहत के बारे में पूछा और हॉस्पिटल में मौजूद सुविधाओं की जानकारी ली।

मुख्यमंत्री ने कहा कि इस तरह की सुविधाएं मरीजों और उनके परिवार वालों के लिए राहत देने वाली हैं। अस्पताल में इलाज के दौरान जब परिवार के लोग वहां रहते हैं, तो उन्हें खाने-पीने की चिंता नहीं करनी पड़ती। यह पहल न सिर्फ मरीजों के रिश्तेदारों के लिए मददगार है, बल्कि हॉस्पिटल की सेवाओं की गुणवत्ता को भी बढ़ाती है। इस तरह की पहल हॉस्पिटल में आने वाले लोगों को एक अच्छा अनुभव देती है।

--आईएएनएस

पीआईएम/डीएससी