ईडी ने जालंधर में साइकोट्रोपिक दवाओं की अवैध बिक्री के मामले में आरोपी को किया गिरफ्तार
नई दिल्ली, 10 दिसंबर (आईएएनएस)। प्रवर्तन निदेशालय के जालंधर जोनल कार्यालय ने साइकोट्रोपिक दवाओं की अवैध बिक्री से कमाए गए धन की जांच के तहत अभिषेक कुमार को गिरफ्तार कर लिया है।
जांच में पता चला कि अभिषेक कुमार ट्रामाडोल और अल्प्राजोलम जैसी प्रतिबंधित दवाओं की अवैध सप्लाई और बिक्री के जरिए बड़ी मात्रा में काली कमाई कर रहा था। इसी आधार पर उसे नौ दिसंबर को धन शोधन निवारण अधिनियम, 2002 के तहत गिरफ्तार किया गया। गिरफ्तार करने के बाद ईडी ने उसे एसएएस नगर स्थित विशेष अदालत में पेश किया, जहां अदालत ने उसे छह दिन की ईडी कस्टडी में भेज दिया है।
मामला पंजाब पुलिस की उस प्राथमिकी से शुरू हुआ था, जिसमें मादक द्रव्य और मन:प्रभावी गोलियों की बड़े पैमाने पर अंतरराज्यीय तस्करी के आरोप शामिल थे। इसी प्राथमिकी के आधार पर ईडी ने भी धन शोधन की जांच शुरू की। इस दौरान अभिषेक कुमार और उससे संबंधित अन्य लोगों के कुल सोलह ठिकानों पर छापेमारी की गई, जहां से कई दस्तावेज़ और रिकॉर्ड जब्त किए गए। इन दस्तावेज़ों में अवैध लेनदेन और नकदी कमाई के कई सबूत मिले हैं।
ईडी की जांच में सामने आया कि दवा निर्माण कंपनियों और थोक विक्रेताओं से अवैध रूप से भारी मात्रा में मन:प्रभावी दवाएं खरीदी जाती थीं। इनमें कई बड़ी कंपनियां शामिल थीं, जिनसे दवाओं की खरीद होती थी। ये दवाएं बाद में ड्रग तस्करों के जरिए ब्लैक मार्केट में बेची जाती थीं, जहां उनकी कीमतें असामान्य रूप से अधिक होती थीं। अभिषेक कुमार अपनी फर्म, श्री श्याम मेडिकल एजेंसी के माध्यम से मन:प्रभावी गोलियों का बड़ा स्टॉक खरीदता था। जांच में पाया गया कि उसने खरीदी गई दवाओं का लगभग पचहत्तर प्रतिशत हिस्सा अवैध रूप से बेच दिया था, जिसका कोई रिकॉर्ड खातों में नहीं दिखाया गया।
अवैध रूप से बेचे गए स्टॉक और उसके लेनदेन को छिपाने के लिए बिलों में हेराफेरी की गई। कानूनी बिलों में दवाओं के बक्सों की संख्या बढ़ाकर दिखाई गई, ताकि अवैध बिक्री को कानूनी बिक्री का रूप दिया जा सके। इस तरह की हेराफेरी के जरिए करीब तीन करोड़ पचहत्तर लाख रुपये नकद कमाए गए। ईडी ने बताया कि मामले की जांच अभी जारी है और आने वाले दिनों में और भी खुलासे हो सकते हैं। एजेंसी ने कहा कि इस कड़ी में शामिल किसी भी व्यक्ति या संस्था पर कार्रवाई से पीछे नहीं हटेगी।
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