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देश में राजनीति का स्तर बहुत गिर गया : कांग्रेस नेता राशिद अल्वी

नई दिल्ली, 30 दिसंबर (आईएएनएस)। कांग्रेस नेता राशिद अल्वी ने मंगलवार को देश की कानून व्यवस्था पर सवाल उठाया। राशिद अल्वी ने तंज कसते हुए कहा कि देश में राजनीति का स्तर बहुत गिर गया है।
 
देश में राजनीति का स्तर बहुत गिर गया : कांग्रेस नेता राशिद अल्वी

नई दिल्ली, 30 दिसंबर (आईएएनएस)। कांग्रेस नेता राशिद अल्वी ने मंगलवार को देश की कानून व्यवस्था पर सवाल उठाया। राशिद अल्वी ने तंज कसते हुए कहा कि देश में राजनीति का स्तर बहुत गिर गया है।

कांग्रेस नेता राशिद अल्वी ने आईएएनएस से बात करते हुए कहा, "देश की राजनीति का स्तर बहुत घट गया है। ऐसे लोग मुख्यमंत्री बन गए हैं जो ब्लॉक के चेयरमैन नहीं बन सकते। उसमें भाजपा और आम आदमी पार्टी भी शामिल हैं। दिल्ली की मुख्यमंत्री को यह नहीं पता कि दिल्ली का क्षेत्रफल कितना है? वे कहती हैं कि कांग्रेस के जमाने में ईवीएम में बेईमानी होती थी, तो हमने भी ईवीएम में बेईमानी की है। इससे किसी को क्या बुरा लग रहा है?"

उन्होंने कहा, "अगर ऐसे मुख्यमंत्री किसी प्रदेश में हो जाएं, चाहे वे पंजाब के मुख्यमंत्री हों, तो उसमें कानूनी व्यवस्था ठीक नहीं हो सकती है। जनता की समस्याओं का समाधान नहीं हो सकता है। इससे प्रदूषण बढ़ेगा और कानून व्यवस्था बिगड़ेगी। राजनीति के इस स्तर को हमें ठीक करना होगा। हम जब पुराने लोगों को देखते हैं कि कैसे-कैसे मुख्यमंत्री थे।"

अल्वी ने सुप्रीम कोर्ट द्वारा उन्नाव दुष्कर्म मामले में भाजपा के निष्कासित विधायक कुलदीप सिंह सेंगर की सजा के निलंबन पर रोक को सही ठहराया। साथ ही सेंगर की बेटी के बयान पर कहा, किसी भी क्रिमिनल की बेटी या बेटा अपने पिता से हमदर्दी रखता है। उनके बयान का कोई अहमियत नहीं है। वो बयान किसी आदमी का नहीं बल्कि एक बेटी का बयान है, जो अपने पिता से प्यार करती होगी। वो चाहती होगी कि अगर उसके पिता ने गुनाह भी किया है, तो उसपर पर्दा पड़ जाए। आज मामला सुप्रीम कोर्ट के अंदर है और सुप्रीम कोर्ट के फैसले का इंतजार करना चाहिए।

उन्होंने पश्चिम बंगाल में अंतर्राष्ट्रीय सीमा पर बाड़ लगाने के मुद्दे पर कहा, "बाड़ लगाने के लिए मुख्यमंत्री की मंजूरी की जरूरत नहीं होती है। भारत सरकार अपनी मर्जी से बाड़ लगा सकती है। यह किसी भी मुख्यमंत्री पर बेबुनियाद और झूठा इल्जाम है। सीमा पर बाड़ लगाना भारत सरकार का काम है। इसमें मुख्यमंत्री और प्रांतीय सरकार बीच में कहां से आ गई? हमें अफसोस होता है कि हमारे प्रधानमंत्री और गृहमंत्री सिर्फ राजनीति के लिए इस स्तर पर उतर आते हैं।"

--आईएएनएस

एससीएच/डीएससी