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एबी पीएमजेएवाई-एमए के लाभार्थियों को भुगतान करने में गुजरात प्रथम स्थान पर

गांधीनगर, 18 दिसंबर (आईएएनएस)। गुजरात के तत्कालीन मुख्यमंत्री तथा भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने गुजरातियों के स्वास्थ्य में गुणवत्तापूर्ण सुधार लाने के उद्देश्य से ‘स्वस्थ गुजरात, समृद्ध गुजरात’ का मंत्र दिया था। मुख्यमंत्री भूपेंद्र पटेल के नेतृत्व में गुरुवार को गुजरात ने सुनिश्चित किया है कि स्वास्थ्य संबंधी विभिन्न सरकारी योजनाओं का लाभ सुदूरवर्ती मानव तक पहुंचे और कोई व्यक्ति चिकित्सा सुविधाओं से वंचित न रहे। समाज के आर्थिक रूप से कमजोर वर्गों को चिकित्सा उपचार के लिए आर्थिक सहायता देने वाली केंद्र सरकार की सबसे बड़ी योजना आयुष्मान भारत प्रधानमंत्री जन आरोग्य योजना है, जिसे गुजरात सरकार की मुख्यमंत्री अमृतम योजना के साथ जोड़ा गया है।
 
एबी पीएमजेएवाई-एमए के लाभार्थियों को भुगतान करने में गुजरात प्रथम स्थान पर

गांधीनगर, 18 दिसंबर (आईएएनएस)। गुजरात के तत्कालीन मुख्यमंत्री तथा भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने गुजरातियों के स्वास्थ्य में गुणवत्तापूर्ण सुधार लाने के उद्देश्य से ‘स्वस्थ गुजरात, समृद्ध गुजरात’ का मंत्र दिया था। मुख्यमंत्री भूपेंद्र पटेल के नेतृत्व में गुरुवार को गुजरात ने सुनिश्चित किया है कि स्वास्थ्य संबंधी विभिन्न सरकारी योजनाओं का लाभ सुदूरवर्ती मानव तक पहुंचे और कोई व्यक्ति चिकित्सा सुविधाओं से वंचित न रहे। समाज के आर्थिक रूप से कमजोर वर्गों को चिकित्सा उपचार के लिए आर्थिक सहायता देने वाली केंद्र सरकार की सबसे बड़ी योजना आयुष्मान भारत प्रधानमंत्री जन आरोग्य योजना है, जिसे गुजरात सरकार की मुख्यमंत्री अमृतम योजना के साथ जोड़ा गया है।

संयुक्त रूप से आयुष्मान भारत प्रधानमंत्री जन आरोग्य योजना– मुख्यमंत्री अमृतम (एबी पीएमजेएवाई-एमए) अंतर्गत राज्य के 1,20,14,556 परिवारों को समाविष्ट किया गया है।

इसके अलावा, जुलाई 2023 में मुख्यमंत्री भूपेंद्र पटेल के मार्गदर्शन में एबी पीएमजेएवाई-एमए के अंतर्गत राज्य सरकार द्वारा प्रति परिवार वार्षिक बीमा राशि 5 लाख रुपए से बढ़ाकर 10 लाख रुपए की गई है।

यह बात दर्शाती है कि गुजरात ने स्वास्थ्य सुविधाओं को अधिक मजबूत तथा सुलभ बनाया है, जो राज्य में सुशासन का उत्तम उदाहरण है।

प्रधानमंत्री जन आरोग्य योजना के क्रियान्वयन को लेकर मुख्यमंत्री भूपेंद्र पटेल ने कहा, “प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने प्रधानमंत्री जन आरोग्य योजना अंतर्गत आयुष्मान कार्ड देकर गरीब एवं मध्यम वर्ग को स्वास्थ्य सुरक्षा कवच प्रदान किया है। प्रधानमंत्री के मार्गदर्शन में आज समाज को निरामय रखने के लिए हमने गुजरात में योग से आयुष्मान तक की परियोजनाएं लागू की हैं। प्रधानमंत्री जन आरोग्य योजना अंतर्गत हमने 5 लाख रुपए की आर्थिक सहायता बढ़ाकर 10 लाख रुपए की है। इस योजना से गरीब एवं सुदूरवर्ती क्षेत्रों में भी लोगों को गंभीर बीमारियों में निःशुल्क उपचार मिल रहा है। आज सरकारी अस्पतालों में भी उच्च स्तरीय स्वास्थ्य सेवाएं उपलब्ध हैं। स्वस्थ समाज तथा स्वस्थ गुजरात के माध्यम से प्रधानमंत्री के विकसित भारत@2047 के लक्ष्य को हम साकार करेंगे।”

आयुष्मान भारत प्रधानमंत्री जन आरोग्य योजना – मुख्यमंत्री अमृतम (एबी पीएमजेएवाई-एमए) अंतर्गत जब 5 लाख रुपए की आर्थिक सहायता दी जाती थी, तब 1 जुलाई 2021 से 10 जुलाई 2022 तक प्रति परिवार प्रीमियम राशि 2177.10 रुपए थी और उस समयावधि के दौरान कुल वित्तीय खर्च 1681.20 करोड़ रुपए हुआ था। इसके बाद 11 जुलाई 2022 से 10 जुलाई 2023 के दौरान प्रीमियम राशि 1492 रुपए थी, जिस दौरान कुल वित्तीय खर्च 1363.52 करोड़ रुपए हुआ था।

10 जुलाई 2023 को राज्य सरकार द्वारा योजनांतर्गत देय आर्थिक सहायता 5 लाख रुपए से बढ़ाकर 10 लाख रुपए की गई, जिससे प्रीमियम राशि बढ़कर प्रति परिवार 3708 रुपए हुई है। कुल वित्तीय खर्च की बात करें, तो 11 जुलाई 2023 से 10 जुलाई 2024 के दौरान कुल वित्तीय खर्च 2676.26 करोड़ रुपए, जबकि 11 जुलाई 2024 से 10 जुलाई 2025 के दौरान कुल वित्तीय खर्च 3210.03 करोड़ रुपए हुआ है।

एबी पीएमजेएवाई-एमए योजना अंतर्गत राज्य में कुल 2090 अस्पताल एम्पैनल्ड हैं, जिनमें 1132 सरकारी तथा 958 निजी अस्पताल हैं। इस योजनांतर्गत नवंबर 2025 तक कुल 2299 प्रोसीजरों तथा 50 एसआरएस प्रोसीजरों को समाविष्ट किया गया है। बता दें कि इस योजना अंतर्गत लाभार्थियों के दावों का भुगतान करने में गुजरात राज्य प्रथम स्थान पर है।

गुजरात सरकार द्वारा मई 2025 में राज्य के सभी अधिकारियों-कर्मचारियों तथा पेंशनभोगियों के लिए गुजरात कर्मयोगी स्वस्थ सुरक्षा योजना शुरू की गई है, जिसके तहत राज्य के फिक्स पे कर्मचारियों के अलावा ऑल इंडिया सर्विसेज (एआईएस) के अधिकारियों व पेंशनभोगियों तथा राज्य सरकार के अधिकारियों, कर्मचारियों, पेंशनभोगियों और उनके आश्रित परिजनों को भी एबी पीएमजेएवाई-एमए के अंतर्गत कैशलेस चिकित्सा उपचार का लाभ दिया जाता है। गुजरात कर्मयोगी स्वस्थ योजना के तहत राज्य सरकार के सभी कर्मयोगियों तथा पेंशनभोगियों को जी सीरीज का एबी पीएमजेएवाई-एमए कार्ड दिया जाता है। जी कैटेगरी के अंतर्गत कुल लगभग 6.40 लाख लाभार्थी हैं।

अहमदाबाद निवासी 66 वर्षीय फारुकभाई खिमाणी एक जनरल स्टोर चलाते हैं, जिनकी आर्थिक स्थिति बहुत साधारण है। फारुकभाई को हृदय में दर्द होने के बाद यूएन मेहता इंस्टीट्यूट ऑफ कार्डियोलॉजी एंड रिसर्च सेंटर लाया गया। उनकी ईसीजी रिपोर्ट कराई गई, जिससे कोरोनरी आर्टरी डिसीज का निदान हुआ। उन्हें हृदय की सर्जरी कराने की सलाह दी गई थी, जिसके लिए बहुत खर्च होने की संभावना थी। इस समय उनकी सहायता में आई प्रधानमंत्री जन आरोग्य – मुख्यमंत्री अमृतम योजना (एबी पीएमजेएवाई-एमए), जिसके तहत उन्हें राज्य सरकार द्वारा 5,24,040 रुपए की आर्थिक सहायता दी गई।

मई 2025 में एबी पीएमजेएवाई-एमए योजना अंतर्गत सहायता से फारुकभाई की कोरोनरी एंजियोग्राफी तथा उसके बाद कोरोनरी आर्टरी बाईपास ग्राफ्टिंग (सीएबीजी) की सर्जरी की गई। इसके बाद हाल ही में यानी दिसंबर 2025 में ही उन्हें सांस लेने में दिक्कत होने पर यूएन मेहता अस्पताल में फिर से भर्ती कराया गया और वहां उनकी सीआरटी-पी इम्प्लांट की सफल सर्जरी की गई है। हाल में उनका स्वास्थ्य बहुत अच्छा है और वे राहत का अनुभव कर रहे हैं।

फारुकभाई ने कहा, “प्रधानमंत्री जन आरोग्य योजना मेरे और मुझ जैसे मरीजों के लिए बहुत सहायक हो रही है। राज्य के गरीब तथा मध्यम वर्ग के लोगों को श्रेष्ठ चिकित्सा सुविधाओं के लिए सरकार ने यह योजना लागू की, जिसके लिए प्रधानमंत्री तथा मुख्यमंत्री का बहुत धन्यवाद।”

--आईएएनएस

डीकेपी/