केजरीवाल सरकार 10वीं का रिजल्ट सर्वश्रेष्ठ दिखाने के लिए हर कमजोर छात्र को 9वीं में फेल कर देती थी: वीरेंद्र सचदेवा
नई दिल्ली, 11 दिसंबर (आईएएनएस)। दिल्ली भाजपा अध्यक्ष वीरेंद्र सचदेवा ने कहा कि दिल्ली भाजपा लगातार कहती रही है कि अरविंद केजरीवाल सरकार के सर्वश्रेष्ठ शिक्षा व्यवस्था के दावे खोखले हैं और आज राज्यसभा सांसद स्वाति मालीवाल के एक प्रश्न के जवाब में केंद्रीय शिक्षा राज्य मंत्री जयंत चौधरी के जवाब ने भाजपा के कथन को सही साबित कर दिया है।
दिल्ली भाजपा अध्यक्ष वीरेंद्र सचदेवा ने कहा कि केंद्रीय शिक्षा राज्य मंत्री द्वारा संसद में रखे आंकड़ों के अनुसार 2020-21 एवं 2021-22 जो दो कोविड काल वर्ष थे, में 31541 एवं 28548 छात्र नौवीं कक्षा में फेल हुए और उनमें से केवल 11322 एवं 10598 छात्रों ने आगे ओपन स्कूल से शिक्षा जारी रखी। शेष 39519 छात्रों ने शिक्षा आगे चालू ही नहीं रखी।
इसी तरह 2022-23 में कुल 88421 स्टूडेंट कक्षा 9वीं में फेल हुए, उनमें से केवल 29436 छात्रों ने ही ओपन स्कूल से आगे शिक्षा जारी रखी।
2023-24 में जब आतिशी शिक्षा मंत्री बन गई थीं, तब 9वीं में फेल होने वाले छात्रों की संख्या एक लाख का आंकड़ा पार कर 101344 पर जा पहुंची और उनमें से केवल 7794 छात्रों ने ओपन स्कूल से पढ़ाई जारी रखी और गत वर्ष 2024-25 में 70296 छात्र फेल हुए, जिनमें से केवल 11974 ने ओपन स्कूल से शिक्षा आगे जारी रखी।
वीरेंद्र सचदेवा ने कहा कि भाजपा लगातार कहती रही है कि 10वीं का परीक्षाफल सर्वश्रेष्ठ दिखाने के लिए केजरीवाल सरकार लगभग हर कमजोर छात्र को नौवीं में फेल कर देती थी और आज संसद पटल पर रखे आंकड़ों ने हमारे आरोप को प्रमाणित कर दिया है।
--आईएएनएस
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