सुक्खू सरकार ने होटलों को जानबूझकर घाटे में दिखाया, निजी हाथों में सौंपने की तैयारी : भाजपा
कुल्लू, 21 नवंबर (आईएएनएस)। हिमाचल प्रदेश हाईकोर्ट ने राज्य पर्यटन विकास निगम के घाटे में चल रहे 18 होटलों को बंद करने का आदेश दिया है। विपक्षी भाजपा ने आरोप लगाया है कि मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू की सरकार ने जानबूझकर इन होटलों को घाटे में दिखाया ताकि उन्हें निजी हाथों में सौंपा जा सके।
हाईकोर्ट ने हिमाचल प्रदेश पर्यटन विकास निगम के जिन 18 होटलों को बंद करने के आदेश दिया है, उनमें कुल्लू जिले के पांच प्रमुख होटल शामिल हैं। यदि ये होटल बंद हो जाते हैं तो न केवल पर्यटन व्यवसाय को बड़ा झटका लगेगा बल्कि सैकड़ों स्थानीय लोगों का रोजगार भी खतरे में पड़ जाएगा।
स्थानीय निवासी डी.आर. गौतम और दानवेन्द्र सिंह ने इस फैसले पर चिंता जताते हुए कहा कि सरकार की नीतियां और संचालन की विफलता होटलों के घाटे का मुख्य कारण है। केवल खराब प्रबंधन की वजह से ही ये होटल घाटे में चल रहे हैं। सरकार इन होटलों का प्रबंधन सही ढंग से करे ताकि पर्यटन को बढ़ावा मिले और सैकड़ों लोगों के रोजगार भी सुरक्षित रहें। अगर भविष्य में सरकार इन्हें निजी हाथों में देती है तो वो भी इसे अच्छे से चलाकर लाभ कमाएंगे। ऐसे में सरकार को घाटा कैसे हो सकता है।
भाजपा नेता नरोत्तम ठाकुर ने कहा कि मौजूदा सरकार घाटे में ही चल रही है। सरकार अपना पक्ष सही से नहीं रख पाई है। हजारों की संख्या में सैलानी यहां आते हैं। सैलानियों के आने से हर साल अच्छी कमाई भी होती है। इसके बावजूद ये होटल कैसे घाटे में चल सकते हैं। इन होटलों को जानबूझकर घाटे में दिखाया गया है ताकि इन्हें निजी हाथों में सौंपा जा सके।
उन्होंने कहा, "मेरा मानना है कि होटलों को घाटे से उबारने के लिए सरकार को तत्काल कोई ठोस कदम उठाना चाहिए। यदि इन होटलों को बंद किया जाता है तो इससे न केवल राज्य की अर्थव्यवस्था प्रभावित होगी बल्कि स्थानीय लोगों के जीवन पर भी गहरा असर पड़ेगा। सरकार को इस दिशा में तुरंत कार्रवाई करनी चाहिए ताकि हिमाचल का पर्यटन उद्योग और समृद्ध हो सके।
दरअसल, मनाली और नग्गर में स्थित होटल पर्यटन की दृष्टि से बेहद महत्वपूर्ण हैं। नग्गर कैसल एक ऐतिहासिक धरोहर है जो 16वीं शताब्दी में राजा सिद्धि सिंह द्वारा बनाया गया था। इसकी खासियत यह है कि इसका निर्माण बिना लोहे की कील के किया गया था। यह किला न केवल एक होटल है, बल्कि स्थानीय इतिहास और संस्कृति का जीता-जागता उदाहरण है।
यहां की वास्तुकला और मजबूती पर्यटकों को बेहद आकर्षित करती है। नग्गर कैसल हिमाचल प्रदेश के इतिहास और पर्यटन का संगम है। 16वीं शताब्दी में बना यह किला 1905 के भूकंप में भी अडिग रहा। बाद में इसे अंग्रेजों ने खरीदा और यह एक ग्रीष्मकालीन न्यायालय में परिवर्तित हो गया। वर्तमान में यह सरकार के अधीन है। यहां दर्जनों बॉलीवुड फिल्मों की शूटिंग हो चुकी है और यह देश-विदेश के पर्यटकों के लिए एक प्रमुख आकर्षण का केंद्र है।
--आईएएनएस
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