भारत विरोधी ताकतों के प्रवक्ता बनकर बहुत तेजी से उभर रहे राहुल गांधी : गौरव वल्लभ
जयपुर, 28 नवंबर (आईएएनएस)। भाजपा नेता गौरव वल्लभ ने बुधवार को आईएएनएस से बातचीत की। उन्होंने दिग्गज उद्योगपति गौतम अदाणी पर लोकसभा में नेता प्रतिपक्ष राहुल गांधी के आरोप, कांग्रेस शासित राज्यों की नीति और हाल के चुनाव में कांग्रेस की हार पर बात की।
गौरव वल्लभ ने कहा कि जब भी संसद की शुरुआत होने वाली होती है। उससे चार-पांच दिन पहले अमेरिका से जॉर्ज सोरोस, राहुल गांधी को भाषण लिखकर देता है कि इन मुद्दों को मैं अमेरिका में उठाऊंगा और तुम भारत में उठाना। वो ऐसा इसलिए करते हैं ताकि भारत का कैपिटल मार्केट ऊपर न जाए। अमेरिका की कंपनियां भी भारत में आकर निवेश कर रही हैं, वे लोग इसको रोकना चाहते हैं। राहुल गांधी अमेरिका में बैठे भारत विरोधी गैंग का इंस्ट्रूमेंट बने हुए हैं।
पूर्व कांग्रेस नेता गौरव वल्लभ ने कहा कि राहुल गांधी अदाणी या अंबानी का विरोध नहीं करते हैं, वह भारत के विकास का विरोध करते हैं। वह भारत विरोधी संस्थाओं के प्रवक्ता बन गए हैं, जिनमें जॉर्ज सोरोस के नेतृत्व वाली संस्थाएं भी शामिल हैं। राहुल गांधी विदेशी शक्तियों के हाथों में खेल रहे हैं, जो भारत की विकास कहानी को नुकसान पहुंचाना चाहते हैं। लाखों मध्यम वर्ग के भारतीय अपने भविष्य के सपनों के लिए पूंजी बाजार में निवेश पर निर्भर हैं और राहुल गांधी इन आकांक्षाओं को चकनाचूर करना चाहते हैं। राहुल गांधी भारत विरोधी ताकतों के प्रवक्ता बनकर बहुत तेजी से उभर रहे हैं। मेरा उनसे आग्रह है कि वह ऐसा न करें।
महाराष्ट्र में महा विकास अघाड़ी की तरफ से ईवीएम को लेकर उठाए जा रहे सवाल पर गौरव वल्लभ ने तंज कसते हुए कहा कि रांची और वायनाड में ईवीएम ठीक चलती है और मुंबई और पुणे में आकर खराब हो जाती है। ऐसे में ये ईवीएम का नहीं राहुल गांधी की मानसिकता और नीतियों का विरोध है। वह विदेशी धरती पर जाकर भारत को बदनाम करने की साजिश करते हैं, जिसके कारण उनकी हार होती है।
कांग्रेस शासित राज्यों के बारे में भाजपा नेता ने कहा कि खटाखट और फटाफट शास्त्र ने देश के तीन राज्यों का बट्टा बैठा दिया। हिमाचल प्रदेश के पास अपने कर्मचारियों को पैसे देने के लिए बजट नहीं हैं। वह अफीम की खेती का लाइसेंस दे रही है। कर्नाटक के मुख्यमंत्री घोटाले में व्यस्त थे। उनकी पार्टी के विधायक ने कहा है कि जन योजनाओं के नाम पर कर्नाटक में कांग्रेस सत्ता में आई थी, उन योजनाओं को लागू करने के लिए कर्नाटक के पास पैसा नहीं बचा है। इसके अलावा तेलंगाना के मुख्यमंत्री इस कन्फ्यूजन में हैं कि वह अदाणी से निवेश ले कि नहीं?
राजस्थान में विधानसभा उपचुनाव में कांग्रेस सात सीटों में सिर्फ एक जीत पाई है, वह भी बहुत कम मार्जिन से। इस पर गौरव वल्लभ ने कहा कि मुझे कहीं नहीं दिखा कि कांग्रेस चुनाव लड़ रही है। सात में से पांच सीट भारतीय जनता पार्टी ने जीती। एक भारत आदिवासी पार्टी ने और एक सीट बहुत कम वोटों से कांग्रेस जीती है। पीएम मोदी के नेतृत्व में देश को तीसरी बड़ी अर्थव्यवस्था बनाने के पक्ष में राजस्थान के लोगों ने वोट दिया।
--आईएएनएस
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