दलजीत सिंह चीमा ने कहा, ‘सभी कह रहे हैं कि सुखबीर सिंह बादल का इस्तीफा मंजूर नहीं किया जाए’
चंडीगढ़, 18 नवंबर (आईएएनएस)। शिरोमणि अकाली दल के वरिष्ठ नेता दलजीत सिंह चीमा ने सोमवार को आईएएनएस से बातचीत की। उन्होंने सुखबीर सिंह बादल के इस्तीफे सहित अन्य मुद्दों पर प्रतिक्रिया दी।
सुखबीर सिंह बादल के इस्तीफे पर दलजीत सिंह चीमा ने कहा कि सुखबीर सिंह बादल के इस्तीफे के बारे में सभी की भावनाएं एक जैसी हैं। आज सुबह से ही सारे युवा यहां पर इकट्ठा हो रहे हैं। सभी मांग कर रहे हैं इस्तीफे को नामंजूर किया जाए। उनका इस्तीफा स्वीकार नहीं किया जाना चाहिए, पार्टी की कार्यसमिति भी यही भावना रखती है। उन्होंने खुले तौर पर कहा है कि इस पर पुनर्विचार किया जाना चाहिए। पार्टी के और भी लोग हैं, जो इस पर अपनी राय देना चाहते हैं। हम लोग उनकी मीटिंग रखने वाले हैं। इसके बाद एक फाइनल फैसला लिया जाएगा। पार्टी के सभी नेताओं से अपील करूंगा कि सभी की भावनाओं को समझें।
भाजपा सांसद कंगना रनौत ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर पोस्ट के जरिए बताया है कि उनकी फिल्म ‘इमरजेंसी’ 17 जनवरी 2025 को रिलीज होगी। इस पर शिरोमणि अकाली दल के वरिष्ठ नेता ने कहा है कि फिल्म सिख इतिहास से जुड़ी हुई है। इस पर विवाद चल रहा है। इसे एसजीपीसी की मंजूरी के बिना जारी नहीं किया जाना चाहिए। मैं ऐसा इसलिए कह रहा हूं, क्योंकि अगर इसे बिना मंजूरी के रिलीज किया जाता है, तो यह न केवल एक गलती होगी, बल्कि एक बड़ा गलत काम होगा। अगर इसके परिणामस्वरूप कोई हिंसा, अशांति या कानून-व्यवस्था की स्थिति पैदा होती है, तो मंजूरी देने वालों को जवाबदेह ठहराया जाना चाहिए। आप ऐसे कार्यों में शामिल नहीं हो सकते हैं जिससे लोगों की धार्मिक भावनाएं आहत हों। मुझे नहीं पता कि बोर्ड ने इसे मंजूरी दी है या नहीं, लेकिन अगर कंगना रनौत इसके बारे में ट्वीट कर रही हैं, तो उन्हें फिल्म रिलीज से पहले एचपीपीसी से सभी जरूरी मंजूरी लेनी चाहिए।
महिलाओं पर विवादित बयान देने पर पंजाब के पूर्व मुख्यमंत्री चरणजीत सिंह चन्नी को महिला आयोग ने नोटिस दिया है। इस पर शिरोमणि अकाली दल के वरिष्ठ नेता ने कहा है कि जितने भी लोग जो बड़े पदों पर रहे हैं उन्हें स्टेज पर बोलने के दौरान ध्यान रखना चाहिए। किसी भी तरह की ऐसी बात नहीं बोलनी चाहिए जिससे महिलाओं के सम्मान को ठेस पहुंचे। मुझे पता नहीं उन्होंने क्या कहा है। लेकिन महिला आयोग ने नोटिस दिया है तो कोई न कोई गलती तो उन्होंने की होगी। नेता तो कई लोगों के रोल मॉडल होते हैं, इसलिए उन्हें अपने शब्दों पर ध्यान रखना चाहिए।
किसान 6 दिसंबर को दिल्ली कूच करेंगे। इस पर शिरोमणि अकाली दल के वरिष्ठ नेता ने कहा है कि किसान आंदोलन की वजह से पंजाब और हरियाणा के किसानों को बहुत बड़ी सजा दी जा रही है। किसानों को डीएपी नहीं मिल रही है। कालाबाजारी तेज हो गई है। धरना-प्रदर्शन करना सभी का अधिकार है, कोई दिल्ली जाकर शांतिपूर्ण तरीके से विरोध दर्ज कराना चाहता है, तो सरकार को उसे रोकना नहीं चाहिए। भारत आजाद देश है। यहां पर शांति पूर्ण तरीके से कोई भी प्रदर्शन कर सकता है अगर किसान करना चाहते हैं, तो वह भी कर सकते हैं।
--आईएएनएस
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