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Nagaur पीड़ित परिवार की मदद के लिए युवाओं ने सात दिन में जुटाए 7.25 लाख रुपये

 
Nagaur पीड़ित परिवार की मदद के लिए युवाओं ने सात दिन में जुटाए 7.25 लाख रुपये
नागौर न्यूज़ डेस्क, नागौर निकट के रातंगा गांव के निवासी रामावतार प्रजापत के परिवार में सबकुछ ठीक चल रहा था। रामावतार नागौर में पत्थर गड़ाई का काम कर परिवार का पेट पाल रहा था, लेकिन होनी को कुछ और ही मंजूर था। गत 17 जून की शाम आठ बजे रामावतार बाइक पर नागौर से गांव लौट रहा था। इस दौरान सड़क दुर्घटना में उसकी मौत हो गई। हादसे के बाद उसके परिवार पर दुखों का पहाड़ टूट पड़ा।परिवार में मां, पत्नी तथा दो नाबालिग बच्चे हैं। बेटा दस वर्ष का तो बेटी आठ वर्ष की है। गांव में पुस्तैनी मकान है , जमीन नहीं होने और घर में कमाने वाला कोई नहीं होने से परिवार की आर्थिक स्थिति बिगड़ गई। बुजुर्ग मां व पत्नी का रो- रो कर बुरा हाल हो गया।रामावतार के परिवार पर आए आर्थिक संकट को देख गांवों के युवाओं ने सोशलमीडिया पर मुहिम शुरू कर आर्थिक सहयोग जुटाना शुरू किया। लोगों ने भी दिल खोल कर सहयोग दिया और सात दिन में सवा सात लाख रुपए एकत्रित हो गए। नेमाराम जाखड़, बजरंग भाकर, जयपाल डुकिया सुवादिया, जीवण कुम्हार मातासुख, सुखराम प्रजापत सहित क्षेत्र के युवाओं ने मुहिम के जरिये रामावतार प्रजापत की पत्नी कौशल्या के खाते में सवा सात लाख का आर्थिक सहयोग करवाया।

निर्धन था पर पुण्य कार्य में आगे

रामावतार आर्थिक रूप से कमजोर था, लेकिन पुण्य के कार्य में वे हमेशा आगे रहता था। ग्रामीणों ने बताया कि वह पत्थर गड़ाई का काम करता था, लेकिन दोपहर में एक घंटा तथा अमावस्या व पूर्णिमा पर नागौर के रेलवे स्टेशन पर लोगों को पानी, शर्बत पिलाता था। उसमें सेवा करने का जज्बा था।

पीड़ित परिवार की आर्थिक मदद युवाओं ने तरनाऊ  वाट्सएप ग्रुप से लोगों को जोड़कर पीड़ित परिवार की आर्थिक मदद की अपील की। ग्रुप के लोगों ने अन्य सोशलमीडिया प्लेटफॉर्म पर इस पोस्ट को शेयर कर आर्थिक सहयोग दिलवाया।