खारड़ा गांव में तालाब के पास धार्मिक आयोजन का विरोध, ग्रामीणों ने जिला कलेक्टर को सौंपा ज्ञापन
नागौर जिले के मुंडवा कस्बे के समीप स्थित खारड़ा गांव के ग्रामीणों ने गांव के तालाब के नजदीक प्रस्तावित एक धार्मिक आयोजन के विरोध में जिला कलेक्टर को ज्ञापन सौंपा है। ग्रामीणों ने ज्ञापन के माध्यम से आयोजन स्थल को लेकर आपत्ति जताते हुए प्रशासन से इस पर तत्काल रोक लगाने की मांग की है।
ग्रामीणों का कहना है कि गांव का तालाब क्षेत्र उनकी जलापूर्ति का प्रमुख स्रोत है और इसके आसपास किसी भी प्रकार का बड़ा धार्मिक आयोजन होने से तालाब की स्वच्छता और जल गुणवत्ता प्रभावित हो सकती है। उन्होंने आशंका जताई कि आयोजन के दौरान बड़ी संख्या में लोगों की आवाजाही, कचरा और अन्य गतिविधियों से तालाब दूषित हो सकता है, जिससे गांव के लोगों और पशुओं को पेयजल संकट का सामना करना पड़ सकता है।
ज्ञापन में ग्रामीणों ने यह भी उल्लेख किया कि तालाब के आसपास पहले से ही अतिक्रमण और गंदगी की समस्या बनी हुई है। ऐसे में धार्मिक आयोजन से स्थिति और बिगड़ सकती है। ग्रामीणों ने सुझाव दिया कि यदि आयोजन आवश्यक है तो इसे गांव के किसी अन्य उपयुक्त स्थान पर कराया जाए, ताकि तालाब और पर्यावरण को नुकसान न पहुंचे।
ग्रामीण प्रतिनिधियों ने बताया कि उन्होंने शांतिपूर्ण तरीके से अपनी बात प्रशासन के सामने रखी है और किसी भी तरह के विवाद से बचना चाहते हैं। उनका कहना है कि वे धार्मिक भावनाओं का सम्मान करते हैं, लेकिन सार्वजनिक संसाधनों और पर्यावरण की सुरक्षा भी उतनी ही जरूरी है।
इस संबंध में जिला प्रशासन की ओर से कहा गया है कि ग्रामीणों के ज्ञापन को गंभीरता से लिया गया है। संबंधित विभागों से रिपोर्ट मंगाई जा रही है और स्थल का निरीक्षण भी कराया जाएगा। सभी पक्षों को ध्यान में रखते हुए उचित निर्णय लिया जाएगा।
फिलहाल इस मुद्दे को लेकर खारड़ा गांव में चर्चा का माहौल बना हुआ है। ग्रामीण प्रशासन के फैसले का इंतजार कर रहे हैं और उम्मीद जता रहे हैं कि तालाब की सुरक्षा और गांव के हितों को प्राथमिकता दी जाएगी।
