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नागौर से जोधपुर का सफर होगा आसान! फोरलेन में बनेंगे 32 ब्रिज वर्ल्ड-क्लास टेक्नोलॉजी से होगा निर्माण, यहां जाने खास बातें

 
नागौर से जोधपुर का सफर होगा आसान! फोरलेन में बनेंगे 32 ब्रिज वर्ल्ड-क्लास टेक्नोलॉजी से होगा निर्माण, यहां जाने खास बातें 

केंद्रीय सड़क परिवहन मंत्रालय ने राष्ट्रीय राजमार्ग-62 पर नागौर से जोधपुर जिले के नेतरा तक 87 किलोमीटर लंबी फोरलेन सड़क के निर्माण को मंजूरी दे दी है। इस परियोजना से क्षेत्र में यातायात सुगम होगा। साथ ही इसमें इस्तेमाल की जाने वाली आधुनिक तकनीक से यह सड़क देश की अन्य सड़कों से अलग और सुरक्षित बनेगी। नई फोरलेन सड़क का निर्माण अंतरराष्ट्रीय मानकों के आधार पर होगा। इसमें अत्याधुनिक इंजीनियरिंग तकनीक का इस्तेमाल किया जाएगा। सड़क के निर्माण में उच्च गुणवत्ता वाली सामग्री और तकनीकी प्रक्रियाओं का इस्तेमाल किया जाएगा, जिससे सड़क लंबे समय तक मजबूत और सुरक्षित रहेगी।

परियोजना की तकनीकी विशेषताएं
फोरलेन सड़क के निर्माण में सबसे पहले 200 एमएम की बजरी की परत बिछाई जाएगी। इसके ऊपर जियोग्रिड पॉलीप्रोपाइलीन शीट की परत बिछाई जाएगी, जिससे सड़क की मजबूती सुनिश्चित होगी। इसके बाद 180 एमएम की बजरी की परत, फिर 50 एमएम मोटी डीबीएम (डेंसिफाइड बिटुमिनस मिक्स) परत और अंत में 40 एमएम मोटी बिटुमिनस कंक्रीट की परत होगी। ये परतें सुनिश्चित करेंगी कि सड़क सामान्य वर्षा जल से प्रभावित न हो और सड़क की स्थिरता बनी रहे।

787 करोड़ रुपए खर्च होंगे
सड़क का डिजाइन इतना बेहतरीन होगा कि यहां वाहनों की गति 100 किलोमीटर प्रति घंटा तक हो सकेगी। इसकी डिजाइन लाइफ 20 साल होगी। पूरी परियोजना पर करीब 787 करोड़ रुपए खर्च होंगे, जो इस क्षेत्र की यातायात और परिवहन जरूरतों को पूरा करेंगे।

गांवों और कस्बों में विकास
परियोजना के तहत 30 स्थानों पर मिलने वाली सड़कों के चौराहों को बेहतर बनाया जाएगा। इसके अलावा 16 स्थानों पर छतों के साथ बस स्टैंड बनाए जाएंगे। पुल के दोनों ओर 25 फीट चौड़ी डामर सर्विस रोड बनाई जाएगी और सभी छोटे-बड़े गांवों में फोरलेन बनाई जाएगी। इससे वहां के निवासियों को सुगम परिवहन सुविधा मिलेगी।

विशेष स्थानों पर निर्माण
बावड़ी में बाईपास और पुलों का निर्माण
जोधपुर जिले के बावड़ी कस्बे में बाईपास का निर्माण किया जाएगा। जिसमें 8 पुल बनाए जाएंगे। इनमें 2 बड़े, 2 मध्यम और 4 छोटे पुल शामिल होंगे। खरनाल में पुलों का निर्माण खरनाल गांव में तीन पुलों का निर्माण किया जाएगा। इससे मेले व अन्य आयोजनों के दौरान यातायात व्यवस्था में किसी प्रकार की बाधा नहीं आएगी।

सड़क के प्रमुख घटक
सड़क पर पुलों की संख्या: चार लेन वाली सड़क पर कुल 32 छोटे-बड़े पुल बनाए जाएंगे। कई गांवों में दो से तीन पुल बनाए जाएंगे।
नालियां और जलनिकासी व्यवस्था: मार्ग पर 26 किलोमीटर से अधिक लंबी आरसीसी नाली और 60 किलोमीटर से अधिक लंबी कच्ची नाली बनाई जाएगी, जो सड़क के दोनों ओर होगी।
सुरक्षा विशेषताएं: सड़क पर 8 फीट चौड़ा डिवाइडर बनाया जाएगा, जिसके दोनों ओर सुरक्षा अवरोधक लगाए जाएंगे। जिस पर हरित पट्टी विकसित होगी और यातायात सुरक्षा बढ़ेगी।
वन भूमि का विकास: परियोजना में करीब 85 हेक्टेयर वन भूमि के विकास के लिए 10 करोड़ रुपये का प्रावधान भी किया गया है।

ईपीसी मोड की यह सड़क नागौर की लाइफलाइन बनेगी
- दो लेन से चार लेन में तब्दील होने वाली नागौर-जोधपुर रोड पर इस सड़क के पहले चरण में नागौर बाईपास चौराहे से नागौर जिले की सीमा तक नागदी गांव के पास 44.50 किलोमीटर पर 417 करोड़ रुपए खर्च किए जाएंगे। इसी तरह दूसरे चरण में नेतरा तक 43.08 किलोमीटर सड़क बनेगी, जिस पर 370 करोड़ रुपए खर्च होंगे। सभी छोटे-बड़े गांवों में पुल और चार लेन दर्रे के दोनों तरफ 25 फीट चौड़ी डामर सर्विस रोड बनाई जाएंगी।
- सीमेंट की नाली बनाई जाएगी, जिसे ढककर फुटपाथ के तौर पर इस्तेमाल किया जाएगा। इस सड़क में खींवसर के करमसी चौराहे और लालावास हाईवे चौराहे पर 200 फीट चौड़ाई के 2 बड़े पुल बनाए जाएंगे। इसी प्रकार 5 स्थानों चिमरानी स्कूल चौराहा, खरनाल बस स्टैण्ड, टांकला बस स्टैण्ड, जोरावरपुरा चौराहा, प्रेमनगर खींवसर चौराहा पर 20 मीटर चौड़े पुल बनाए जाएंगे।
- 3 स्थानों खरनाल तेजाजी पैनोरमा, भाकरोद बस स्टैण्ड, नागदी धरनावास चौराहा पर 40 फीट चौड़े पुल बनाए जाएंगे। 4 स्थानों बरणगांव जंक्शन, खरनाल गांव, अहमदपुरा बस स्टैण्ड, नागदी बस स्टैण्ड पर छोटे पुल बनाए जाएंगे।
- नागौर जिले में आने वाले सेक्शन में कुल 14 पुल बनाए जाएंगे, जिनमें से खींवसर में 2, खरनाल में 3, लालावास में एक, नागदी में 2, जोरावरपुरा में एक, टांकला में एक, अहमदपुरा में एक, चिमरानी में दो, भाकरोद में एक पुल बनाए जाएंगे।

जल्द शुरू होगा काम
नागौर बाइपास से नेतरा तक स्वीकृत आधुनिक फोरलेन का काम जल्द ही टेंडर प्रक्रिया अपनाकर शुरू किया जाएगा। नागौर शहर के बीकानेर रोड को लाडनूं रोड से जोड़ने वाले बाईपास की स्वीकृति का कार्य भी प्रक्रियाधीन है। जल्द ही नागौर को एक और बड़ी सौगात मिलेगी।