नागौर में मौसम ने दिखाया तीखा तेवर: सुबह कड़ाके की सर्दी, दोपहर में चढ़ा पारा, फिर शाम को लौटी ठिठुरन
राजस्थान में सर्दी धीरे-धीरे अपने रंग दिखा रही है, लेकिन नागौर जिले में गुरुवार को मौसम का मिजाज कुछ अलग ही देखने को मिला। दिनभर तापमान में हुए उतार-चढ़ाव ने लोगों को कभी ठंड, कभी गर्मी और फिर से ठंड का अहसास कराया। मौसम विभाग के आंकड़ों के अनुसार गुरुवार तड़के 4:30 बजे तापमान 4 डिग्री सेल्सियस दर्ज हुआ, जबकि दोपहर 2:30 बजे तक यह 28.4 डिग्री सेल्सियस तक पहुंच गया। यानी एक ही दिन में तापमान में 24 डिग्री से अधिक का अंतर दर्ज किया गया, जिसने लोगों को हैरान कर दिया।
सुबह कड़ाके की सर्दी इतनी तीखी थी कि लोग घरों से बाहर निकलते ही ठंडी हवा की चुभन महसूस कर रहे थे। कई स्थानों पर हल्का कोहरा भी छाया रहा। सुबह की सड़कों पर लोगों की आवाजाही कम दिखी और जिन्होंने बाहर निकलना पड़ा, वे मोटे गर्म कपड़ों में लिपटे नजर आए। ठंड के कारण बच्चों और बुजुर्गों को विशेष परेशानी का सामना करना पड़ा। बाजारों में भीड़ सामान्य से कम रही।
हालांकि, सूरज निकलने के साथ ही मौसम ने करवट ली और दोपहर तक गर्मी का एहसास होने लगा। दोपहर में पारा 28.4 डिग्री तक पहुंचने के बाद लोगों को सर्दियों के बीच गर्मी जैसा मौसम महसूस हुआ। कई लोगों ने दोपहर के समय गर्म कपड़े उतार दिए और हल्के कपड़ों में घूमते देखे गए। दुकानों पर ठंडे पेय पदार्थों की मांग भी बढ़ी। अचानक गर्मी ने लोगों को यह सोचने पर मजबूर कर दिया कि दिसंबर में इस तरह तापमान कैसे बढ़ सकता है।
लेकिन यह स्थिति ज्यादा देर तक नहीं रही। जैसे-जैसे सूरज ढलने लगा, मौसम फिर से ठंड की ओर लौट गया। शाम के समय हवा में नमी और ठंड बढ़ने लगी। बाजारों में लोगों की भीड़ एक बार फिर गर्म कपड़ों में दिखाई दी। कई जगहों पर अलाव के आसपास लोग गर्मी लेते नजर आए। दिनभर के इस असामान्य मौसम परिवर्तन ने लोगों को खासा परेशान किया।
मौसम विशेषज्ञों के अनुसार, तापमान में इतनी अधिक तेजी से बदलाव पश्चिमी विक्षोभ और हवाओं की दिशा में अचानक आए बदलाव का परिणाम है। विशेषज्ञों का कहना है कि दिन में आसमान साफ रहने के कारण धूप ने तापमान को बढ़ाया, वहीं रात और सुबह के समय खुले आसमान के कारण जमीन की सतह तेजी से ठंडी हो गई, जिससे न्यूनतम तापमान में गिरावट दर्ज की गई।
स्वास्थ्य विशेषज्ञों ने लोगों को सावधानी बरतने की सलाह दी है। दिन में गर्मी और रात में ठंड के चलते सर्दी-जुकाम, खांसी और बुखार जैसी समस्याओं का खतरा बढ़ गया है। उन्होंने विशेषकर बुजुर्गों, बच्चों और पहले से बीमार लोगों को लगातार मौसम के अनुसार अपने कपड़े बदलने और खुद को सुरक्षित रखने की सलाह दी है।
