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Nagaur गोगेलाव में डाइट खुलने से कम होंगी मुश्किलें, बच्चों को मिलेगा लाभ

 
Nagaur गोगेलाव में डाइट खुलने से कम होंगी मुश्किलें,  बच्चों को मिलेगा लाभ
नागौर न्यूज़ डेस्क, नागौर गोगेलाव में जिला शिक्षा एवं प्रशिक्षण संस्थान (डाइट) खोलने के लिए प्रशासनिक व वित्तीय स्वीकृति जारी हो गई है। अब नागौर में पांचवीं-आठवीं बोर्ड परीक्षा, प्री सर्विस टीचर एजुकेशन समेत कार्यरत शिक्षक /व्यायाताओं के प्रशिक्षण कार्यक्रमों की राह आसान हो गई है। अभी तक कुचामन स्थित डाइट ही पूरे जिले को संभालता था, नागौर के गोगेलाव में डाइट खुलने से सैकड़ों शिक्षकों के साथ हजारों बच्चों को फायदा होगा।

सूत्रों के अनुसार गोगेलाव में खुल रहे डाइट के लिए प्रधानाचार्य, वरिष्ठ व्यायाता समेत 14 कर्मचारियों के स्टाफ की भर्ती के आदेश भी जारी हो गए हैं। प्रारंभिक शिक्षा निदेशक सीताराम जाट की ओर से जारी आदेश में प्रधानाचार्य का एक, वरिष्ठ व्यायाता के दो, व्यायाता स्कूल शिक्षा के छह, सहायक लेखाधिकारी और सहायक प्रशासनिक अधिकारी के साथ एक-एक वरिष्ठ सहायक व सहायक कर्मचारी के दो पद पर भर्ती के लिए आवश्यक कार्रवाई के कहा गया है। अभी तक कुचामन में ही प्री सर्विस टीचर एजुकेशन (बी. एल.एड) का दो साल का कोर्स होता था। यह अब गोगेलाव में भी शुरू हो जाएगा। पहले साल में इसके लिए पचास सीटें निर्धारित की गई हैं। इस कोर्स के बाद ये प्राइमरी कक्षाओं का अध्यापन कर सकेंगे। इसके साथ ही आईएफआईसी के तहत पब्लिकेशन और रिसर्च भी यहां होगा। इसके तहत टीचर/स्टूडेंट मैग्जीन के अलावा पीएचडी होल्डर यहां से रिसर्च का लाभ उठा सकेंगे। डीआरयू के तहत कार्यरत शिक्षकों को आंगनबाड़ी/दिव्यांग समेत अन्य ओरिएंटेशन प्रोग्राम की ट्रेनिंग दी जा सकेगी। यही नहीं योजना एवं प्रबंध के तहत संस्था प्रधान को लीडरशिप/बजट/ एडमिशन ही नहीं स्किल डवलपमेंट के गुर सिखाए जाएंगे। डाइट का मूल काम पांचवीं व आठवीं बोर्ड परीक्षा से संबंधित पूरा कार्य करने का होगा। प्रश्न पत्र/ब्लू प्रिंट तैयार करने के अलावा जांच समेत अन्य संबंधी कार्य की ट्रेनिंग भी यहीं हो सकेगी।

कुचामन डाइट के वरिष्ठ व्यायाता डॉ दूलाराम चौधरी ने बताया कि इसके साथ कार्य अनुभव प्रोग्राम के तहत कुटीर उद्योग की एक्टीविटी का पाठ पढ़ाया जाएगा। अब तक जिलेभर का काम अकेले कुचामन को डील करना पड़ रहा था। गोगेलाव में डाइट खुलने से काम आधा हो जाएगा। बीएलएड के स्टूडेंट को दूरी तय करनी पड़ती थी तो अन्य प्रोग्राम में शामिल होने के लिए शिक्षक/व्यायाताओं को भी कुचामन तक जाना पड़ता था। अब यह परेशानी खत्म हो जाएगी। पांचवीं/आठवीं बोर्ड के बच्चों का भी आवेदन भरने से लेकर मार्कशीट तक का काम यहीं होगा।