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राजनीति क्षेत्र में नया मोड़, बेनीवाल के 'गढ़' में वोट मांगेंगी ज्योति मिर्धा, जानें क्या बन रहे समीकरण

 
राजनीति क्षेत्र में नया मोड़, बेनीवाल के 'गढ़' में वोट मांगेंगी ज्योति मिर्धा, जानें क्या बन रहे समीकरण 

नागौर न्यूज़ डेस्क, राजस्थान की नागौर सीट हर बार की तरह इस बार के लोकसभा चुनाव में भी 'सुपर हॉट' बनी हुई है। दरअसल, इस सीट पर चिर-प्रतिद्वंदी एक बार फिर चुनाव मैदान में आमने-सामने हैं। हालांकि वक्त बदलने के साथ दोनों प्रतिद्वंदी इस बार बदली-बदली भूमिका में हैं। बात हो रही है नागौर लोकसभा सीट पर भाजपा प्रत्याशी डॉ ज्योति मिर्धा और राष्ट्रीय लोकतांत्रिक पार्टी प्रत्याशी हनुमान बेनीवाल के बीच मुकाबले की। डॉ ज्योति मिर्धा जहां पूर्व में कांग्रेस पार्टी से सांसद रह चुकी हैं, तो वहीं हनुमान बेनीवाल पूर्व में एनडीए गठबंधन से चुनाव जीतकर सांसद रह चुके हैं। लेकिन इस लोकसभा चुनाव में डॉ मिर्धा भाजपा के टिकट पर उम्मीदवार हैं, वहीं बेनीवाल आरएलपी-इंडिया गठबंधन से चुनावी ताल ठोके हुए हैं।

डॉ मिर्धा की खींवसर एंट्री

भाजपा प्रत्याशी डॉ ज्योति मिर्धा और आरएलपी-इंडिया प्रत्याशी हनुमान बेनीवाल के बीच मुकाबले में अब एक दिलचस्प और बड़ा अपडेट आया है। दरअसल, डॉ ज्योति मिर्धा अब हनुमान बेनीवाल के 'गढ़' खींवसर में एंट्री मारने जा रही हैं। चुनाव प्रचार अभियान के तहत डॉ ज्योति मिर्धा का खींवसर विधानसभा क्षेत्र का कार्यक्रम जारी कर दिया गया है। गौरतलब है कि इसी खींवसर विधानसभा सीट पर हनुमान बेनीवाल मौजूदा विधायक भी है। बेनीवाल पूर्व में भी खुद भी विधायक रह चुके हैं और एक बार उनके भाई नारायण बेनीवाल भी विधायक रह चुके हैं।

5 अप्रेल को मांगेंगी वोट

ज्योति मिर्धा के जारी हुए जनसंपर्क कार्यक्रम के अनुसार वे 5 अप्रेल को खींवसर विधानसभा क्षेत्र में वोट अपील करेंगे। इसके तहत वे खींवसर की जनाणा, पालड़ी जोधा, गाजू, खजवाना, रूण, औलादन, दधवाड़ा, नोखा चांदावता, रोल चांदावता, रियां श्यामदास, कडवासरों की ढाणी, हरसोलाव और भाटियों की ढाणी में जनसंपर्क करेंगी। इसी बीच टालनपुर रोड गोटन में जन जागृति सभा को संबोधित करेंगी।


ज्योति के खिलाफ शिकायत

हनुमान बेनीवाल की आरएलपी-इंडिया गठबंधन ने पिछले सप्ताह शनिवार को भाजपा प्रत्याशी ज्योति मिर्धा के खिलाफ चुनाव आयोग में शिकायत दर्ज करवाई थी। शिकायती पत्र में ज्योति मिर्धा द्वारा अपने नामांकन में कुछ तथ्य छुपाने के आरोप जड़े गए। आरएलपी-इंडिया की शिकायत के अनुसार भाजपा प्रत्याशी ज्योति मिर्धा ने नागौर लोकसभा से दाखिल अपने नामांकन व शपथ पत्र में आपराधिक तथ्यों को छुपाया है। नामांकन व शपथ पत्र में बताया गया है कि उनके विरुद्ध कोई आपराधिक मुकदमा दर्ज नहीं है, जबकि जोधपुर शहर के उदयमंदिर थाने में उनके खिलाफ दो मामले दर्ज हैं।


तीसरी बार हो रहा आमना-सामना

ज्योति मिर्धा और बेनीवाल तीसरी बार आमने-सामने हो रहे हैं। इससे पहले 2014 और 2019 में भी दोनों ने एक दूसरे के खिलाफ चुनाव लड़ा है। ठीक 5 साल बाद चेहरे नहीं बदले हैं, लेकिन समीकरण बदल चुके हैं। जहां 2019 में ज्योति मिर्धा कांग्रेस की प्रत्याशी थीं, तो वहीं हनुमान बेनीवाल ने उनके खिलाफ चुनाव लड़कर जीत हासिल की थी। तब बेनीवाल को भाजपा का समर्थन था। इस बार की परिस्थिति में बेनीवाल कांग्रेस के समर्थन से चुनावी मैदान में हैं, तो वहीं ज्योति मिर्धा भाजपा टिकट से प्रत्याशी है।

जाट बाहुल्य है नागौर लोकसभा सीट

नागौर परंपरागत रूप से जाट राजनीति का प्रमुख गढ़ माना जाता है। नागौर के जातीय समीकरण पर नजर डालें तो नागौर में जाट बहुसंख्यक हैं। मुस्लिम मतदाताओं की आबादी दूसरे स्थान पर बताई जाती है। इसके अलावा राजपूत, एससी और मूल ओबीसी वोटर भी अच्छी संख्या में हैं। नागौर लोकसभा सीट पर लंबे समय तक मिर्धा परिवार का दबदबा रहा है। नागौर से सबसे ज्यादा बार सांसद बनने का रिकॉर्ड नाथूराम मिर्धा के नाम है, जो छह बार नागौर से जीते थे। नाथूराम मिर्धा परिवार जाट समुदाय से है।