Nagaur 100 साल के बाद अतिशुभ दुर्लभ संयोगों के साथ कल मनाएंगे धनतेरस
लक्ष्मी-नारायण योग
धनतेरस के दिन वृश्चिक राशि में शुक्र और बुध एक साथ विराजमान रहेंगे। ऐसे में लक्ष्मी नारायण योग बनेगा। पंडित दाधीच ने बताया कि धनतेरस पर बुध वृश्चिक राशि में गोचर करेंगे बुध के गोचर से वृश्चिक राशि में धनलक्ष्मी योग बना है। यह बेहद कल्याणकारी रहेगा। इस राशि में पहले से शुक्र विराजमान है।
वृश्चिक राशि में बुध के गोचर से इस राशि में बुध तथा शुक्र की युति बनेगी। इससे धन लक्ष्मी योग या लक्ष्मी नारायण योग का निर्माण होगा। ज्योतिषशास्त्र के अनुसार धन लक्ष्मी योग बहुत ही कल्याणकारी होता है। कुण्डली में ऐसे योग अति शुभ की श्रेणी में आते हैं। बुध और शुक्र के प्रभाव से व्यक्ति के जीवन में धन की कमी नहीं होती। बुध को वाणी का ग्रह कहा जाता है बुध वाणी के साथ व्यापार में लाभ देते हैं।
ऐसे करें पूजन
धनतेरस के दिन शाम के समय कुबेर देवता और माता लक्ष्मी की तस्वीर स्थापित करें। उसके बाद भगवान धन्वंतरि , माता लक्ष्मी और कुबेर देवता के सामने घी का दीपक जलाएं। फल और फूल चढ़ाएं। भोग अर्पित करें। परंपरा के अनुसार पूजन करें।
धनतेरस पर शुभ योगों का समय
इंद्र योग 28 अक्टूबर को सुबह 6 बजकर 47 मिनट से लगेगा, और 29 अक्टूबर को, सुबह 7 बजकर 48 मिनट तक रहेगा। इसी तरह से त्रिपुष्कर योग 6 बजकर 51 मिनट से मंगलवार सुबह 10 बजकर 31 मिनट तक रहेगा।धार्मिक मान्यताओं के अनुसार धनतेरस के दिन लक्ष्मी चरण घर लाना लाभकारी माना जाता है। इस दिन खड़ा धनिया खरीदना भी बेहद शुभ माना गया है। इसे घर लाने के बाद धन की देवी मां लक्ष्मी और कुबेर देवता के चरणों में अर्पित करना चाहिए। इससे व्यापार में धन लाभ के योग बनते हैं। मत्स्य पुराण के अनुसार धनतेरस के दिन झाड़ू खरीदने से घर में बरकत रहती है।