Nagaur संदीप उर्फ शेट्टी की हत्या का आरोपी केशव अजमेर जेल शिफ्ट
नागौर न्यूज़ डेस्क, सुपारी किलर संदीप उर्फ शेट्टी की हत्या के आरोपी केशव उर्फ गोलू को शुक्रवार सुबह कड़ी सुरक्षा के बीच अजमेर जेल के लिए रवाना किया गया। वो पिछले अठारह दिन से नागौर जेल में बंद था। जेल उपाधीक्षक पृथ्वी सिंह कविया की मौजूदगी में सुबह करीब दस बजे उसे सुरक्षाकर्मियों के साथ अजमेर भेजा गया। गौरतलब है कि इस संबंध में सुरक्षा/गैंगवार की आशंका को देखते हुए केशव उर्फ गोलू की अजमेर शिफ्टिंग की लगातार खबरें प्रकाशित की थी। सूत्रों के अनुसार मंगलवार को संदीप उर्फ शेट्टी हत्याकाण्ड के गवाह संजय पंघाल ने यहां जेल में उसकी शिनाख्त की थी। कार्यवाहक तहसीलदार नरसिंह व जेलर स्वरूप सिंह की मौजूदगी में उसने केशव उर्फ गोलू की पहचान की। यह भी साफ हो गया कि वारदात के दौरान वो संदीप शेट्टी के पीछे चल रहा था। उसे भी पिस्टल से गोलियां दागनी थी, लेकिन घबराहट के बीच वो ऐसा नहीं कर पाया और वारदात होते ही पीछे से ही निकल गया। इस तरह दीपक उर्फ दीप्ति समेत अधिकांश आरोपियों की गिरफ्तारी के बाद शिनाख्त हो चुकी है। अनिल उर्फ छोटिया अभी फरार चल रहा है।
सूत्र बताते हैं कि केशव उर्फ गोलू की शिनाख्त के बाद जेल प्रशासन ने उसे अजमेर हाई सिक्योरिटी जेल भेजने का इंतजाम कर दिया था। उससे और पूछताछ के लिए कोतवाली पुलिस से मिले संकेत को देखते हुए उसकी रवानगी एक बार रुक सी गई। बाद में कोतवाली सीआई वेदपाल शिवरान ने जेलर स्वरूप सिंह को सूचित किया कि उससे सभी तरह की बरामदगी और पूछताछ हो चुकी है, ऐसे में कोतवाली थाना पुलिस को उसकी कोई आवश्यकता नहीं है। इस पर जेलर स्वरूप सिंह ने केशव उर्फ गोलू के अजमेर भेजने की प्रक्रिया शुरू कर दी। इसके तहत शुक्रवार की सुबह उसे रवाना कर दिया गया।
सूत्रों के अनुसार मास्टर माइण्ड दीपक उर्फ दीप्ति समेत तीन आरोपी जो शुरुआत में तिहाड़ जेल शिफ्ट किए गए थे वो अब हिसार जेल में हैं। बताया जाता है कि दूसरे मामलों में उन्हें वहां रखा गया है। इसके अलावा संदीप उर्फ शेट्टी की हत्या का मुख्य सूत्रधार पंडित समेत चार अन्य आरोपी अजमेर जेल में हैं। इस मामले में चार की जमानत हो चुकी है।
सूत्र बताते हैं कि गत 12 नवम्बर को यूपी पुलिस केशव उर्फ गोलू को यहां ले आई थी, जबकि उसकी शिनाख्त हुई 26 नवम्बर को। जेल उपाधीक्षक पृथ्वी सिंह कविया जल्द से जल्द शिनाख्त करवाकर उसे अजमेर जेल शिफ्ट करना चाहते थे। इसके बावजूद खींवसर विधानसभा सीट उप चुनाव फिर मतगणना के चलते ऐसा हो ही नहीं पाया। शिनाख्त होते ही केशव उर्फ गोलू को अजमेर का रास्ता दिखा दिया गया।