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Nagaur दो महीने बाद भी जिले में शुरु नहीं हो पाई मोबाइल वेटरनरी वैन की सुविधा

 
Nagaur दो महीने बाद भी जिले में शुरु नहीं हो पाई मोबाइल वेटरनरी वैन की सुविधा

नागौर न्यूज़ डेस्क,  नागौर पशुपालकों के बीमार पशुओं का इलाज करने के लिए फरवरी में राज्य में पशुपालन विभाग ने मोबाइल वेटरनरी वैन शुरू की थी। जिसमें पशुपालक घर पर अपने पशुओं का इलाज करा सके इसके लिए टोल फ्री नंबर (1962) भी जारी किए गए लेकिन ये नंबर दो माह बाद भी शुरु नहीं किए गए हैं। जिससे वैन होने के बावजूद पशुपालकों को अपने बीमार पशुओं के इलाज के लिए भटकना पड़ रहा है। नागौर व कुचामन- डीडवाना को 26 वेटरनरी वैन मिली हुई है। जिसमें नागौर पशुपालन विभाग को 13 और कुचामन में भी 13 वैन है। दो महीने बाद भी नहीं शुरु हो पाई मोबाइल वेटरनरी वैन की सुविधा जो अगले माह जून में शुरु हो जाएगी। फिलहाल, विभाग की ओर से वैनों को गांव में भेजकर शिविर लगाकर पशुओं का इलाज किया जा रहा है।

हर वैन रविवार को छोड़कर रोज दो गावों में‌ जा रही है। साथ ही वैन में तीन लोग रहते हैं, जिसमें 1 वेटरनरी डॉक्टर, 1 सहायक और ड्राइवर शामिल है। वेटरनरी वैन के टोल फ्री नंबर की सुविधा में हो रही देरी को लेकर नागौर पशु विभाग के संयुक्त निदेशक महेश कुमार मीणा ने कहा कि वैन बुलाने के लिए टोल फ्री नंबर जयपुर से ही ऑपरेट होंगे, जिसके लिए टीम बिठाई जाएगी। इस सुविधा को शुरु करने को लेकर विभाग में बातचीत भी की गई।