Nagaur साढ़े छह घंटे चले धरने के बाद मृतकों के परिजनों की मांगें मानी
यूं चला घटनाक्रम
बुधवार सुबह साढ़े 9 बजे के करीब इग्यार गांव की सरहद में करंट लगने से इग्यार निवासी हरेन्द्र (32) पुत्र हनुमानराम मेघवाल, उसकी पत्नी सीमा (25) व मां कंवराई (50) मौके पर ही मौत हो गई थी। सूचना पर कुचेरा थानाधिकारी मुकेश चौधरी मय जाप्ता मौके पर पहुंचे। तीनों के शवों को सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र पहुंचाया। करंट की घटना से गुस्साए ग्रामीण व परिजन अस्पताल की मोर्चरी के बाहर एकत्रित हो गए। सूचना पर नागौर से एडीएम चम्पालाल जीनगर, एएसपी नेमीचंद, सुमित कुमार, मूण्डवा उपखण्ड अधिकारी लाखाराम चौधरी, जायल उपखण्ड अधिकारी अभिलाषा, मूण्डवा वृत्ताधिकारी गोपाल सिंह, अजमेर विद्युत वितरण निगम के नागौर अधीक्षण अभियंता फैलीराम मीणा, जायल अधिशासी अभियंता आरआर भाटी अस्पताल पहुंचे व परिजनों से वार्ता कर समझाइश की।
ये रखी मांगें
धरना दे रहे ग्रामीणों व जनप्रतिनिधियों ने मृतकों को 50-50 लाख रुपए परिवार के एक व्यक्ति को सरकारी नौकरी तथा मृतकों के बच्चों को पूर्ण शिक्षा की जिम्मेदारी लेने की मांग की। साथ ही दोषियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की मांग भी की।
इन मांगों पर बनी सहमति
पूर्व विधायक नारायण बेनीवाल, भाजपा नेता रेवन्त राम डांगा, युवा नेता राजेंद्र डूकिया, अंबेडकर सोसायटी के अध्यक्ष भजन सिंह, आरएपी नेता अनिल बारूपाल, कुचेरा भाजपा मण्डल अध्यक्ष मनोहरलाल माली, पूर्व पार्षद रामप्रकाश डूकिया, राजपाल चौधरी सहित जनप्रतिनिधियों, परिजनों के शिष्ट मण्डल की प्रशासन के साथ लम्बी वार्ता चली। मांगो पर शाम साढ़े छह बजे सहमति बनी। इनमें अजमेर विद्युत वितरण निगम की ओर से विभागीय योजना के तहत प्रत्येक मृतक को पांच- पांच लाख रुपए तथा मुख्यमंत्री आयुष्मान दुर्घटना बीमा योजना के तहत तीनो मृतकों को 5-5 लाख कुल पंद्रह लाख रुपए की आर्थिक सहायता, मृतकों के बच्चों को पालनहार योजना में निशुल्क शिक्षा व आवास तथा कक्षा 12 के बाद उच्च शिक्षा के लिए मुख्यमंत्री हुनर विकास योजना में सहायता देने के साथ ही मृतक परिवार के बालिग व्यक्ति को संविदा पर नौकरी देने का आश्वासन देने पर सहमति बनी। इसके बाद तीनों शव का पोस्टमार्टम करवाया गया। प्रशासन ने मामले को गंभीरता से लेते हुए मूण्डवा, गोटन, भावण्डा, रोल, मेड़ता सहित पुलिस अन्य पुलिस थानों व नागौर पुलिस लाइन से अतरिक्त जाप्ता बुलाकर तैनात किया।
तारबंदी में था करंट
मामले की प्रारम्भिक जांच में सामने आया कि खेत की तारबंदी में बिजली के पोल से तार जोड़कर करंट प्रवाहित किया गया था। रास्ते में मोड़ के कारण वे तारबंदी में उलझ गए और करंट लगने और मौके पर कोई नहीं होने से उनकी मौत हो गई। पीड़ित परिवार की सहायता के लिए पूर्व विधायक बेनीवाल व राजेन्द्र डुकिया ने नागौर सांसद हनुमान बेनीवाल की ओर से एक लाख रुपए देने तथा भाजपा डांगा ने 50 हजार रुपए देने की घोषणा की।