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Nagaur पर्यटन उद्योग में अपार संभावनाएं, फिर भी नजरअंदाज कर रहे

 
Nagaur पर्यटन उद्योग में अपार संभावनाएं, फिर भी नजरअंदाज कर रहे 

नागौर न्यूज़ डेस्क, नागौर  जिले में पर्यटन विकास की असीम संभावनाएं हैं। नागौर जिले में एक ओर पुरामहत्व के अनेक किले, गढ़, महल, हवेलियां, प्राचीन छतरियां एवं भवन हैं तो दूसरी तरफ धार्मिक स्थल भी देश-विदेश में अपनी अलग पहचान रखते हैं। वहीं प्राकृतिक पर्यटन स्थलों की भी कमी नहीं है। इसके बावजूद जिले में पर्यटक रूपी ‘पावणों’ के चरण कम ही पड़ते हैं। पिछले कई वर्षों से जिले में पर्यटन उद्योग को विकसित करने की बातें तो हो रही हैं, लेकिन धरातल पर काम नहीं हो रहा है। औपचारिकता निभाने के लिए समय-समय पर जिला कलक्टर की अध्यक्षता में आयोजित होने वाली बैठकों में पर्यटन विभाग के अधिकारियों को इस सम्बन्ध में निर्देश जारी किए जाते हैं, लेकिन अधिकारी एक कान से सुनकर दूसरे से निकाल देते हैं, यही कारण है कि जिले के पर्यटन स्थल आज भी पर्यटकों की बाट जोह रहे हैं। इसकी एक प्रमुख वजह यह भी है कि नागौर में पर्यटन विभाग का कोई अधिकारी नहीं बैठता, जबकि कार्यालय स्वीकृत है।

जिले के पर्यटन स्थलों की बात करें तो लम्बी सूची हैं, जिनमें कई राष्ट्रीय ही नहीं अंतरराष्ट्रीय स्तर की पहचान रखते हैं। नागौर जिला मुख्यालय नागौर का प्रस्दिध अहिछत्रपुर फोर्ट, ऐतिहासिक जड़ा तालाब व वीर अमरसिंह राठौड़ की छतरियां, पैनोरमा, सूफी हमीदुद्दीन की दरगाह, बड़े पीर साहब दरगाह, बंशीवाला मंदिर, जैन मंदिर (कांच का मंदिर), नाथ जी की छतरी सहित कई पर्यटन स्थल हैं। इसी प्रकार से नागौर शहर के आसपास खरनाल में वीर तेजाजी का मंदिर एवं पैनोरमा, मांझवास में पशुपति नाथ का मंदिर, चूंटीसरा के पास साईं जी का टांका, पींपासर में गुरु जम्भेश्वर की जन्मस्थली व पैनोरमा, गोठ मांगलोद का दधिमति माता का मंदिर, झोरड़ा में संत बाबा हरिराम का मंदिर है। इसी प्रकार जिले की बात करें तो खींवसर फोर्ट, मेड़ता का मीरा बाई स्मारक व चारभुजा मंदिर, जसनगर का भंवाल माता, कुचामन फोर्ट, सांभर लेक, डाबड़ा का स्वतंत्रता सैनानियों का स्मारक सहित दर्जनों पुरामहत्व, धार्मिक एवं सांस्कृतिक महत्व के दर्शनीय स्थल हैं, जहां पर्यटकों को लाया जाए तो न केवल सरकार को राजस्व आय होगी, बल्कि स्थानीय लोगों को भी रोजगार मिलेगा। आज कई देश केवल पर्यटन उद्योग के दम पर विकसित देशों की श्रेणी में खड़े हैं।