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Nagaur खराब हुए मूंग लेकर किसानों का प्रदर्शन, सर्वे समय व क्रॉप कटिंग कराने की मांग

 
Nagaur खराब हुए मूंग लेकर किसानों का प्रदर्शन, सर्वे समय व क्रॉप कटिंग कराने की मांग

नागौर  न्यूज़ डेस्क, नागौर  जिले में शनिवार को हुई बारिश से खराब हुई फसलों के बाद किसानों की परेशानी दुगुनी हो गई है। एक ओर बारिश की भीगी फसल को बचाने की जुगत की जा रही है तो दूसरी ओर बीमित फसल के खराबे की सूचना बीमा कम्पनी को देने के लिए परेशान होना पड़ रहा है। बीमा कम्पनी ने जो टोल फ्री नम्बर दिए हैं, वो पिछले तीन दिन से लगातार व्यस्त आ रहा है। किसानों ने बताया कि क्रॉप इंश्योरेंस एप में भी एरर आ रहा है। ऐसे में किसान अपनी शिकायत भी दर्ज नहीं करवा पा रहे हैं। साथ ही कुछ किसानों ने बीमा अधिसूचना के अनुसार फसल की हानि की सूचना का प्रपत्र भरकर भेज रहे हैं, लेकिन कम्पनी के प्रतिनिधि एप से शिकायत दर्ज कराने की बात कह रहे हैं। गौरतलब है कि बारिश से हुए फसल खराबे के बाद  लगातार किसान हित में समाचार प्रकाशित कर फसल बीमा व कम्पनी प्रतिनिधियों के मोबाइल नम्बर व एप के बारे में जानकारी दे रहा है।

बारिश से खराब हुई फसलों का समय पर सर्वे करने व फसल कटाई प्रयोग में कम्पनी प्रतिनिधियों की ओर से लगाए जा रहे अड़ंगों को लेकर भारतीय किसान यूनियन टिकैत के जिलाध्यक्ष अर्जुनराम लोमरोड तथा जिले के राजोद, सिनोद, बारानी, गगवाना आदि पंचायतों के किसान जिला कलक्टर से मिले। इस दौरान किसान अपने साथ खराब हुई मूंग की फसल भी लाए और कलक्टर को बताया। राजोद से आए किसानों ने बताया कि जायल में कम्पनी का प्रतिनिधि मनमर्जी से उन खेतों की क्रॉप कटिंग करवा रहा है, जहां फसलें अच्छी है। पिछले सात दिन में बार-बार हुई बारिश से मूंग की फसल बर्बाद हो चुकी है। इसलिए क्रॉप कटिंग वापस करवाई जाए। बैठक में यह भी तय किया गया कि जिन-जिन किसानों ने व्यक्तिगत दावा दर्ज करवाया है, उन किसानों के खेतों का जल्द से जल्द सर्वे किया जाएगा और किसान के सामने ही ऑनलाइन किया जाएगा, जो नियमों में है। साथी किसान को सर्वे फॉर्म की फोटो दी जाए.

लोमरोड़ ने बताया कि कलक्टर को ज्ञापन देने के बाद किसानों ने कृषि विभाग में संचालित बीमा कम्पनी कार्यालय का घेराव किया। इसके बाद कम्पनी प्रतिनिधियों और कृषि विभाग के अधिकारियों के साथ लिखित समझौता हुआ, जिसमें कम्पनी के स्टेट कोर्डिनेटर सचिन राठौड़, जिला प्रबंधक सुमित पारीक तथा कृषि विभाग के संयुक्त निदेशक शंकरराम बेड़ा मौजूद रहे। समझौते में तय हुआ कि कम्पनम्के टोल फ्री नंबर नहीं लगने पर ने निर्धारित प्रपत्र में सूचना भरकर कम्पनी के ई-मेल आईडी ro. jaipur@aicofindia. com पर भी दावा दर्ज करवा सकता है। साथ ही कम्पनी के सभी प्रतिनिधि कॉल रिसीव करेंगे और किसानों की शिकायत रजिस्टर करेंगे। तहसील स्तर पर कृषि विभाग के सहायक कृषि अधिकारी, बीमा कम्पनी के प्रतिनिधि, उपखंड अधिकारी, तहसीलदार को भी फसल खराबे की सूचना दी जा सकती है। इसके साथ जिले में क्रॉप कटिंग के समय अनावश्यक एतराज नहीं लगाया जाएगा।