Nagaur में विधुत विभाग के कर्मचारियों ने निकाली आक्रोश रैली
नागौर न्यूज़ डेस्क, निजीकरण के विरोध में प्रदेश में लगातार बिजली विभाग के कर्मचारी विरोध कर रहे हैं। नागौर में भी आज बिजली विभाग के कर्मचारियों ने धरना प्रदर्शन किया और आक्रोश रैली निकाली। यह रैली मानासर स्थित बिजली बोर्ड ऑफिस से रवाना होकर सर्किट हाऊस, उपभोक्ता न्यायालय होकर कलेक्ट्रेट परिसर पहुंची। इसके बाद बिजली विभाग के कार्मिकों ने जिला कलेक्टर को मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा और ऊर्जा मंत्री के नाम ज्ञापन सौंपा।
बिजली विभाग के एएओ जितेंद्र फिड़ौदा ने बताया कि राजस्थान में सरकार अलग-अलग नाम से विद्युत विभाग के ठेके दे रही है। इसके विरोध में राजस्थान विद्युत संयुक्त कर्मचारी संघर्ष समिति आक्रोश प्रकट कर रही है। यह निजीकरण कर्मचारी के हितों में नहीं है। निजीकरण होने से जनता को भारी नुकसान होगा, क्योंकि आमजन को थोड़े से काम के लिए भी काफी पैसे देने होंगे।
बिजली विभाग के कामों के ठेके देने के चलते अब कर्मचारी बेरोजगार होते जा रहे हैं। ठेके पर देने से कर्मचारी वर्ग को कमजोर किया जा रहा है। विद्युत विभाग के कर्मचारी विभाग और जनता दोनों की सेवा करना चाहते हैं, लेकिन सरकार निजीकरण करके इस पर रोक लगाना चाह रही है। कर्मचारियों की मांग है कि ओपीएस लागू किया जाए और विभाग में 50 हजार नए कर्मचारियों की भर्ती की जाए।