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Nagaur प्रेमनगर के पास गांव में ईएमटी का मिला शव, चालक घायल

 
Nagaur प्रेमनगर के पास गांव में ईएमटी का मिला शव, चालक घायल
नागौर न्यूज़ डेस्क, नागौर  नागौर-जोधपुर राष्ट्रीय राजमार्ग स्थित प्रेमनगर के समीप एक ढाणी में सोमवार तड़के पांचलासिद्धा सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र की एबुलेंस 108 के ईएमटी का शव मिला, जबकि एबुलेंस का चालक गभीर घायल हालत में मिला। शव जहां पर मिला उस ढाणी में पहले भी कई हत्याएं हो चुकी है। ढाणी में सीसीटीवी कैमरे लगे हुए हैं, लेकिन वे रविवार की रात बंद थे। पुलिस मामले की गहनता से पड़ताल कर रही है।पुलिस के मुताबिक एबुलेंस 108 का चालक व ईएमटी रविवार रात को पांचलासिद्धा से एक प्रसूता को लेकर खींवसर सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र आए थे। यहां प्रसूता को भर्ती कराने के बाद वे घर नहीं पहुंचे।

घर वाले उन्हें तलाश करते हुए एबुलेंस के जीपीएस सिस्टम के आधार पर प्रेमनगर पहुंचे। वहां ढाणी के बाहर एबुलेंस खड़ी दिखाई दी। परिजन ढाणी के अन्दर गए तो ईएमटी मनीष गौड़ का शव पड़ा था और चालक मांगुसिंह गभीर घायल हालत में पड़ा था।परिजन दोनों को लेकर खींवसर के सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र पहुंचे।घायल मांगुसिंह की नाजुक हालत देख चिकित्सकों ने उसे जोधपुर रैफर किया। मनीष के शव को मोर्चरी में रखवाया। शव का सोमवार को पोस्टमार्टम किया गया।

पुलिस की भूमिका भी संदिग्ध

प्रेमनगर स्थित जिस ढाणी में मनीष का शव मिला वहां पूर्व में कई हत्याएं हो चुकी है। ऐसे में पुलिस की भूमिका संदिग्ध लग रही है। यहां जब भी शव मिल उसे संदिग्ध मानकर मामला निपटा दिया गया या फिर सड़क दुर्घटना बताकर दबा दिया। ऐसे में इन हत्याओं का अब तक खुलासा नहीं हुआ है। जहां शव मिला वहां लबे समय से देह व्यापार चल रहा है। पुलिस ने कई बार यहां से अन्य प्रान्तों की युवतियों को भी पकड़ा, लेकिन पुलिस ने तह में जाने की बजाए केवल शांति भंग के आरोप में गिरतार कर छोड़ दिया। यहां सांझ ढलने के साथ ही युवकों की भीड़ लगने लगती है। अधिकारी भी इस ढाणी के आगे से दिन में कई बार गुजरते है, लेकिन कार्रवाई नहीं होने से पुलिस की भूमिका संदिग्ध होने से नहीं नकार सकते हैं। गत माह भी यहां एक युवक का शव मिला था। पुलिस ने उसे दुर्घटना बताकर निपटा दिया। परिजन आज भी निष्पक्ष जांच की मांग कर रहे हैं।