"कुछ भी बनो लेकिन बीटा नेता मत बनो'' आखिर Nitin Gadkari ने हनुमान बेनीवाल के बेटे को क्यों दी ऐसी सलाह ?

नागौर न्यूज़ डेस्क - नागौर सांसद हनुमान बेनीवाल ने 25 मार्च को अपने बेटे आशुतोष का जन्मदिन दिल्ली के एक होटल में मनाया, जिसमें केंद्रीय परिवहन मंत्री नितिन गडकरी, समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव, खाद्य प्रसंस्करण उद्योग मंत्री चिराग पासवान, केंद्रीय कौशल विकास एवं उद्यमिता मंत्री (स्वतंत्र प्रभार) एवं शिक्षा राज्य मंत्री जयंत चौधरी और केंद्रीय कपड़ा मंत्री गिरिराज सिंह जैसे दिग्गज नेता शामिल हुए। उन्होंने हनुमान बेनीवाल के बेटे को आशीर्वाद दिया। इस समारोह का एक वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है, जिसमें नितिन गडकरी आशुतोष को आशीर्वाद देते और उन्हें सलाह देते नजर आ रहे हैं।
"नेता मत बनो, कुछ भी बनो"
केंद्रीय मंत्री ने आशुतोष से पूछा कि वह अभी क्या कर रहे हैं? इसके बाद उन्होंने आशुतोष से कहा कि बेटा कुछ भी बनो, लेकिन नेता मत बनो। पास में खड़े हनुमान बेनीवाल समेत सभी लोग जोर-जोर से हंसने लगे। @ashokshera94 नाम के 'X' यूजर ने वीडियो शेयर किया है। कई यूजर्स ने आशुतोष को जन्मदिन की बधाई भी दी। एक यूजर ने हैरानी जताते हुए लिखा, दोनों नेता एक साथ।
हनुमान बेनीवाल ने शेयर की फोटो
नागौर सांसद हनुमान बेनीवाल ने भी अपने सोशल मीडिया हैंडल 'X' पर बेटे के जन्मदिन की फोटो शेयर की है। बेनीवाल ने अखिलेश यादव, नितिन गडकरी, चिराग पासवान, जयंत चौधरी, गिरिराज सिंह, रेल राज्य मंत्री रवनीत सिंह बिट्टू, केंद्रीय सहकारिता राज्य मंत्री कृष्णपाल गुर्जर, चूरू से कांग्रेस सांसद राहुल कस्वां, रमेश बिधूड़ी, चित्तौड़गढ़ से सांसद सीपी जोशी, यूपी के डुमरियागंज लोकसभा से सांसद जगदंबिका पाल की फोटो शेयर की है।
बीजेपी की ज्योति मिर्धा को हराकर बने सांसद
लोकसभा चुनाव 2024 में आरएलपी प्रमुख हनुमान बेनीवाल भारत गठबंधन से चुनाव लड़े। उन्होंने बीजेपी प्रत्याशी ज्योति मिर्धा को हराया। बेनीवाल को 41215 वोट मिले। बेनीवाल दूसरी बार लोकसभा सांसद बने हैं। लोकसभा चुनाव 2019 में हनुमान बेनीवाल ने बीजेपी के साथ गठबंधन कर चुनाव लड़ा था। वे पहली बार नागौर से सांसद बने हैं। वे केवल तीन साल ही भाजपा के साथ रहे।
केंद्र सरकार द्वारा तीन कृषि कानून लाने के बाद भाजपा से गठबंधन टूट गया था। लोकसभा चुनाव 2024 से ठीक पहले कांग्रेस ने बेनीवाल की राष्ट्रीय लोकतांत्रिक पार्टी के साथ गठबंधन किया था। पूर्व मुख्यमंत्री अशोक गहलोत और प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष गोविंद सिंह डोटासरा समेत कई कांग्रेस विधायकों ने बेनीवाल के समर्थन में प्रचार किया था।