वक्फ संसोधन बिल-2025 के बीच हनुमान बेनीवाल का कांग्रेस पर बड़ा हमला, बोले - "मुसलमानों की हालत के लिए वही जिम्मेदार"

राजस्थान की नागौर लोकसभा सीट से राष्ट्रीय लोकतांत्रिक पार्टी (आरएलपी) के सांसद हनुमान बेनीवाल बुधवार को लोकसभा में कांग्रेस पर आक्रामक नजर आए। वक्फ संशोधन विधेयक पर बहस के दौरान उन्होंने सदन में कहा, 'भारत में मुसलमान आज भी आर्थिक और सामाजिक असमानताओं का सामना कर रहे हैं। सरकार की नीतियों में बदलाव हुए हैं, लेकिन मुसलमानों की शिक्षा और रोजगार की स्थिति में कोई व्यापक सुधार नहीं हुआ है। इसके लिए कांग्रेस दोषी है। मैं इस विधेयक के खिलाफ हूं, लेकिन अगर कांग्रेस पार्टी इस पर विचार करती तो निश्चित रूप से लोगों को रोजगार के क्षेत्र में काफी फायदा हो सकता था। इसलिए सरकार को मुस्लिम समाज में शिक्षा के स्तर को बढ़ावा देने पर विशेष जोर देने की जरूरत है।'
'क्रांतिकारियों को याद करना चाहिए था'
देश की आजादी में मुस्लिम क्रांतिकारियों के योगदान का जिक्र करते हुए हनुमान बेनीवाल ने आगे कहा, 'ऐसा विधेयक लाने से पहले सरकार को इन क्रांतिकारियों के योगदान को याद करना चाहिए था। मैं जानना चाहता हूं कि क्या यह विधेयक वाकई पारदर्शिता और न्याय सुनिश्चित करने के लिए है, या इसके पीछे कोई और मंशा है? पिछले कुछ सालों में वक्फ बोर्ड की संपत्तियों को लेकर तरह-तरह के आरोप लगाए गए, लेकिन क्या यह उन आरोपों का समाधान है या फिर यह कोई राजनीतिक एजेंडा है? सरकार को इस पर अपनी मंशा स्पष्ट करनी चाहिए।'
'अचानक सरकारी संपत्ति घोषित करना न्यायोचित नहीं'
बेनीवाल ने राजस्थान की वक्फ संपत्तियों के बारे में भी सरकार से जानकारी मांगी और कहा कि अगर कोई संपत्ति सालों से वक्फ के तौर पर इस्तेमाल हो रही है और धार्मिक कार्यों से जुड़ी है तो उसे अचानक सरकारी संपत्ति घोषित करना कैसे न्यायोचित नहीं हो सकता। उन्होंने आरोप लगाया कि इस मामले में गठित जेपीसी ने भी विपक्ष की आवाज को नजरअंदाज किया।
कांग्रेस पर कटाक्ष
सांसद हनुमान बेनीवाल ने देश के मुसलमानों की कमजोर स्थिति के लिए भी कांग्रेस सरकार को जिम्मेदार ठहराया और कहा कि आज कांग्रेस पार्टी ने राजस्थान के एक भी सांसद को इस महत्वपूर्ण विधेयक पर बोलने का मौका नहीं दिया।
लोकसभा में वक्फ संशोधन विधेयक पारित
लोकसभा में गुरुवार को वक्फ संशोधन विधेयक-2025 पारित हो गया। विधेयक को 288 के मुकाबले 232 मतों से सदन की मंजूरी मिल गई। इस महत्वपूर्ण विधेयक को पारित करने के लिए सदन की बैठक देर रात करीब दो बजे तक जारी रही। इसके अलावा मुस्लिम वक्फ अधिनियम-1923 को निरस्त करने वाले मुस्लिम वक्फ निरसन विधेयक-2024 को भी सदन में ध्वनिमत से पारित कर दिया गया।