झोलाछाप डॉक्टर के गलत इलाज से 12 साल के मासूम की मौत
झोलाछाप डॉक्टर द्वारा गलत इलाज के कारण एक 12 साल के मासूम की मौत का दुखद मामला सामने आया है। बच्चे को बुखार की शिकायत होने पर परिजन उसे क्लिनिक पर लेकर गए थे। बताया गया है कि क्लिनिक में इंजेक्शन लगाने के तुरंत बाद बच्चे की तबीयत और बिगड़ गई।
घटना के बाद झोलाछाप डॉक्टर ने बच्चे को परिजनों के साथ निजी अस्पताल ले जाने की कोशिश की। अस्पताल में भी इलाज के दौरान बच्चे की हालत गंभीर बनी रही और अंततः उसकी मौत हो गई। मृतक बच्चे के परिजन ने डॉक्टर के इलाज को लापरवाहीपूर्ण बताते हुए पुलिस में शिकायत दर्ज कराई है।
स्थानीय पुलिस ने बताया कि मामला दर्ज कर जांच शुरू कर दी गई है। डॉक्टर के खिलाफ कानूनी कार्रवाई के लिए आवश्यक कदम उठाए जा रहे हैं। साथ ही स्वास्थ्य विभाग भी इस घटना की पड़ताल कर रहा है ताकि यह पता लगाया जा सके कि डॉक्टर ने किस प्रकार की दवाइयां और उपचार दिए और उनके नियमों का पालन हुआ या नहीं।
स्वास्थ्य विशेषज्ञों का कहना है कि झोलाछाप डॉक्टरों द्वारा इलाज करवाना बच्चों के लिए बेहद खतरनाक हो सकता है। ऐसे डॉक्टर बिना उचित प्रशिक्षण और लाइसेंस के मरीजों का इलाज करते हैं, जिससे गंभीर परिणाम सामने आते हैं।
इस घटना ने स्थानीय लोगों में चिंता और आक्रोश पैदा कर दिया है। परिजन और समाजिक संगठन मांग कर रहे हैं कि स्वास्थ्य विभाग ऐसे झोलाछाप डॉक्टरों के खिलाफ सख्त कार्रवाई करे और भविष्य में इस तरह की घटनाओं को रोकने के लिए कड़े कदम उठाए जाएं।
पुलिस और स्वास्थ्य विभाग की संयुक्त जांच के बाद ही इस मामले में दोषियों के खिलाफ स्थायी कार्रवाई तय की जाएगी।
