मेरा आदर्श गांव रायपालो की ढाणी (जैसलमेर)

- रायपालो की ढाणी भारतीय राज्य राजस्थान में जैसलमेर जिले में एक गावं है।
- यह शहर राष्ट्रीय राजमार्ग 11 पर जैसलमेर से 137 किमी की दूरी पर स्थित है।
- 2011 की जनगणना के अनुसार इस गावं की जनसँख्या 4000 के करीब है।
- रायपालो की ढाणी अपने जोजिला घाटी स्टेडियम के लिए भी चर्चित है।
- गांव में अनुमानित दो हजार गौ वंश, दस हजार भेड़ बकरी है।
मेरे गावं की कहानी डेस्क, आज इस लेख के माध्यम से मै आपको अपने गांव की कहानी बताने जा रहा हूँ। मेरे गांव का नाम रायपालो की ढाणी (Raipalon Ki Dhani) है, ये भारतीय राज्य राजस्थान में जैसलमेर (Jaisalmer) जिले में एक गावं है। यह शहर राष्ट्रीय राजमार्ग 11 (National Highway 11) पर जैसलमेर से 137 किमी की दूरी पर स्थित है। रायपालो की ढाणी पश्चिमी राजस्थान (Rajasthan) के सरहदी जिले के पोकरण (Pokaran) पंचायत समिति की ग्राम पंचायत झलारिया में स्थित गांव है। ये गांव जोधपुर (Jodhpur) जिले की सीमा से जुड़ा हुआ गांव है, जोधपुर जिले की कलाऊ ग्राम पंचायत से सटा ये गांव अपना गौरवमय इतिहास रखता है, इस गांव की पहचान आरकेडी नाम से भी है।
रायपालो की ढाणी की भौतिक स्थिति
गांव ग्राम पंचायत झलारिया मुख्यालय से आठ किलो मीटर दक्षिण-पूर्व दिशा में स्थित हैं, गांव के उत्तर दिशा में भाखरी, पूर्व दिशा में कलाऊ,दक्षिण दिशा में श्रीप्रभूपुरा - इंदिरा नगर गांव पड़ते हैं। गांव की आबादी अनुमानित चार हजार के करीब है। गांव का प्रमुख व्यवसाय खेती बाड़ी और पशुपालन है, गांव में अनुमानित दो हजार गौ वंश, दस हजार भेड़ बकरी है। गांव के नौजवान मजदूरी करके गुजारा चलाते हैं। गांव में कोई बड़ी फैक्ट्री या अन्य राजस्व का स्रोत नही है।
रायपालो की ढाणी में हैं ये सब
गांव में एक उच्च प्राथमिक तथा दो प्राथमिक विद्यालय, दो मस्जिद, एक मदरसा, एक हनुमान जी का मंदिर, एक कब्रिस्तान, एक उप स्वास्थ्य केंद्र, पांच दुकानें, एक नंदी गोशाला, आगनवाड़ी केंद्र, दो तालाब स्थित है। गांव में मुस्लिम व हिंदू समुदाय के लोग बड़े सद्भाव से रहते हैं। गांव सड़क मार्ग के जरिए ग्राम पंचायत झलारिया से जुड़ा हुआ है । इसके अलावा यहां का जोजिला घाटी स्टेडियम भी काफी चर्चित है।
रायपालो की ढाणी की शैक्षिक स्तिथि (Raipalon Ki Dhani Education)
राजस्व गांव रायपालो की ढाणी की साक्षरता दर सकारात्मक रही है। उच्च शिक्षा न के बराबर है,लेकिन माध्यमिक शिक्षा तक कई युवा पढ़े हुए हैं। बालिका शिक्षा में गांव काफी पिछड़ा हुआ है, एक दर्जन लड़किया ही सीनियर पास है। गांव में सन 2018 के बाद में सुधारात्मक प्रयास जारी हैं, बालिका शिक्षा में गांव उल्लेखनीय सुधार हुआ है। युवाओं ने रायपाल युवा मोर्चा के माध्यम से सुधार का बीड़ा उठा रखा है। धार्मिक शिक्षा में भी समाज में उल्लेखनीय सुधार जारी है।
इस गांव में जात पात , धर्म, नस्ल, भेदभाव से ऊपर उठकर सांप्रदायिक सौहार्द की मिसाल पेश की है। खेल के क्षेत्र में भी ये गांव आगे बढ़ रहा है, साबू मेहर, जमाल दीन, सद्दाम जैसी प्रतिभाएं यहां की पहचान है।
रायपालो की ढाणी की राजनैतिक स्थिति (Raipalon Ki Dhani Politics)
राजस्व गांव आरकेडी राजनीति रूप से काफी सक्रिय गांव है, यहां कांग्रेस और भाजपा दोनों राष्ट्रीय दलों की विचारधारा के लोग रहते हैं, पंचायती राज में भी इस गांव के जन प्रतिनिधि अपना महत्व रखते हैं। इस गांव को राजनीतिक तौर पर पहचान देने का कार्य स्वर्गीय अलाबचाया खान ने किया है। उन्ही के प्रयासों से 2004 में यह राजस्व गांव रायपालो की ढाणी अलग गांव के रूप में सामने आया।
राजस्व गांव आरकेडी एक मध्यम वर्गीय श्रेणी में आता है, यहां के लोग सीधे सादे, इंसानियत से लबरेज, उच्च विचारों के धनी, नेक व मिलनसार रहे हैं। गांव की आबादी और भौगोलिक क्षेत्र को देखते हुए यहां के बासिंदो को कई समस्याओं का सामना करना पड़ता है जिसमे सबसे प्रमुख समस्या पेयजल की है, रातडिया व कलाऊ जैसे बड़े कस्बों से भी डामरीकरण सड़क मार्ग से जुड़ाव नही है, तहसील मुख्यालय भणियाणा से भी सड़क मार्ग द्वारा जुड़ाव नही है, उच्च माध्यमिक विद्यालय भी दस किलो मीटर के दायरे में नही है, लोगो के पास रोजगार के भी प्राप्त संसाधन नही है ।
रायपालो की ढाणी के प्रमुख व्यक्तित्व
हाजी हासम खान
इन्हें इस गांव के महान लोगो में सुमार किया जाता हैं, आप 1951 में जन्मे ओर 1969 में भारतीय सेना में शामिल हो गए, आपने 24 साल तक राष्ट के लिए गौरवमय सेवा देकर गांव का नाम रोशन किया है, आप 1993 को सेवा निवृत्त होकर समाज सेवा में लगे हुए हैं, सामाजिक जागृति व मानव सेवा के लिए आप सदेव आगे रहते हैं।
गुमाना राम चौधरी
सामान्य किसान परिवार में जन्मे गुमान चौधरी भी इस गांव की कद्दावर हस्ती है, आपने ने स्कूली शिक्षा पूर्ण कर उद्यमी के रूप में अपना व्यवसाय शुरू किया, साथ ही आप मजबूत सामाजिक कार्यकर्ता के रूप में सक्रिय हैं, आपने गांव की राजनीति में भी अच्छी पकड़ बना रखी है, आप भारतीय जनता पार्टी की विचारधारा से जुड़े हुए हैं।
लुकमान खान मेहर
आप 1992 में अल्लाबाचाया खान के घर में पैदा हुए और स्कूली शिक्षा पूर्ण कर आपने होटल व्यवसायी के अपना काम शुरू किया फिर आपने सोलर पावर प्लांट में अपना भाग्य आजमाया, सीधे सादे निर्मल स्वभाव के धनी आप में लोगो ने आपके पिता की झलक देखी, राजनीति आपको विरासत में मिली थी, सन 2020 में आपने राजनीतिक पर्दापण किया, जनता ने अपार स्नेह दिखाते हुए आपके परिवार को निर्विरोध सरपंच पद से नवाजा। आप एक सामाजिक कार्यकर्ता के रूप में सदेव अग्रणी रहते हैं, पूरे जिले में आपकी सादगी की मिसाल दी जाती है, आप सरपंच प्रतिनिधि के रूप ग्राम पंचायत के चहुमुखी विकास में लगे हुए हैं, आप शिक्षा के क्षेत्र में निरंतर प्रयासरत हैं ।
आम दीन मेहर
गौरव सैनानी हाजी हासम खान के छोटे साहबजादे आम दीन अभी भारतीय रेलवे में ट्रेन टिकट इंस्पेक्ट पद पर कार्यरत हैं, आप गांव व समाज के युवाओं के प्रेरणा स्रोत है, आप हंसमुख स्वभाव के धनी है, शिक्षा के क्षेत्र में निरंतर आपके प्रयास जारी हैं।
भोमा राम चौधरी
मध्यम वर्गीय किसान परिवार में दुर्गा राम जी के यहां 1992 में जन्मे भोमा राम इस राजस्व गांव के पहले सरकारी शिक्षक है, आपने 2015 शिक्षक भर्ती में चयनित होकर गांव का मान बढ़ाया है, आप सरल स्वभाव के धनी व हमेशा बच्चो के लिए प्रेरणा पुंज रहे हैं, आप भी शिक्षा के क्षेत्र मे सुधारात्मक प्रयास में लगे हुए हैं।
नसार दीन मेहर
मध्यम वर्गीय परिवार मोहबिन खान के छोटे साहबजादे नसार दीन ने 2023 में इतिहास विषय से पहले प्रयास में नेट जेआरएफ परीक्षा पास करके इस गांव का मान बढ़ाया है। आप हमेशा से शिक्षा क्षेत्र में सक्रिय रहे हैं, आप अभी गांव के युवाओं को प्रेरित करने में लगे हुए तथा विभिन्न प्रतियोगी परीक्षाओं में नव कीर्तिमान स्थापित करने में लगे हुए हैं।।
राजस्व गांव RKD बहुत आप गांव की भांति ही है लेकिन दसको के संघर्ष, और कठोर तपस्या के बाद अब धीरे धीरे नए आयाम स्थापित करने में लगे हुए हैं। गांव को राजनीतिक, शैक्षिक मजबूरी देने के लिए हरकोई सजग और सतर्क है।
संभाग: जोधपुर (Jodhpur)
जिला: जैसलमेर (Jaisalmer)
गांव के आसपास की खास जगहें: पोकरण शहर, करणी माता मंदिर, लाल सा पीर की मजार, धूरसर सौर ऊर्जा प्लांट
लेखक: यारु रायपाल झलारिया
