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Kota के मुकुंदरा में बढ़ेगा बाघों का कुनबा, लाई जाएंगी दो बाघिनें

 
Kota के मुकुंदरा में बढ़ेगा बाघों का कुनबा, लाई जाएंगी दो बाघिनें

कोटा न्यूज़ डेस्क, कोटा मुकंदरा हिल्स टाइगर रिजर्व में टाइगर का कुनबा बढ़ेगा। इसके लिए महाराष्ट्र और मध्यप्रदेश से 1-1 और कोटा के अभेड़ा बायोलॉजिकल पार्क से 1 बाघिन को यहां लाया जाएगा। इसकी परमिशन नेशनल टाइगर रिजर्व अथॉरिटी (NTCA) दे दी है। मुकंदरा टाइगर रिजर्व के डीएफओ मुथु एस ने बताया कि अभेड़ा बॉयोलोजिकल पार्क से दो शावकों को जंगल में रिलीज करने की परमिशन मिली है। इनमें मादा शावक को मुकंदरा टाइगर रिजर्व में व नर शावक को बूंदी के रामगढ़ टाइगर रिजर्व में रिलीज किया जाएगा। वहीं महाराष्ट्र व मध्यप्रदेश से भी दो बाघों को लाने की परमिशन नेशनल टाइगर रिजर्व अथॉरिटी (NTCA) दे दी है। बता दें मुकंदरा में अभी दो ही बाघ है। इनमें एमटी 5 बाघ व एमटी 6 बाघिन हैं। नए बाघ आने से इनकी संख्या में बढ़ोतरी होगी। यहां आने वाले पर्यटकों को बाघ के दीदार हो सकेंगे। मुकंदरा में बाघों की दहाड़ गूंजेगी।

अभेडा पार्क में 22 महीने से कैद शावकों को मिलेगा नया घर

अभेड़ा बॉयोलोजिकल पार्क में कैद दोनों शावकों का जन्म नवंबर 2022 में रणथंभौर रिजर्व में हुआ था। बाघिन टी 114 की मौत के बाद दोनों को 1 फरवरी 2023 को कोटा अभेडा बॉयोलोजिकल पार्क में लाया गया था। उस समय शावकों की उम्र ढाई माह थी। पार्क में वनकर्मियों ने इनका पालन पोषण किया। अब ये युवा बाघ व बाघिन बन चुके हैं। इसमें नर का वजन 170 किलो व मादा का 130 किलो हो गया।वन्यजीव प्रेमियों द्वारा काफी समय से इनको जंगल मे छोड़ने की मांग की जा रही थी। दोनों शावकों को NTCA से छोड़ने की अनुमति मिल चुकी थी। लेकिन भारत सरकार की अनुमति मिलने का इंतजार था। मंगलवार को भारत सरकार के पर्यावरण, वन और जलवायु परिवर्तन मंत्रालय वन्य जीव प्रभाग ने इसके आदेश जारी कर दिए। रिलीज से पहले दोनों शावकों को रेडियो कॉलर लगाया जाएगा। साथ ही जरूरी सावधानी बरती जाएगी।

इन शर्तों पर मिली अनुमति

-रेडियो कॉलरिंग और रिलीजिंग का कार्य कड़ाई से राज्य वन विभाग की देखरेख में किया जाएगा।

-पकड़ने और छोड़ने के बाद की जटिलताओं से बचने के लिए भी उचित सावधानी बढ़ती जाए।

-इस पूरे ऑपरेशन के दौरान बाघ शावकों को कम से कम नुकसान पहुंचे। चीफ वाइल्डलाइफ वार्ड और राज्य वन विभाग द्वारा रेडियो कॉलरिंग और रिलीजिंग के दौरान और बाद में नियमित निगरानी की जाएगी। वार्डन द्वारा त्रैमासिक रिपोर्ट मंत्रालय को भेजी जाएगी।

-NTCA के पूरे नियम कायदों की पालना होगी। बाघ शावकों की सुरक्षा को खतरें में डालने पर मंत्रालय इसकी अनुमति निरस्त कर सकता है।

-मुकंदरा टाइगर रिजर्व के डीएफओ मुथु एस ने बताया कि दो दिन पहले की केंद्र सरकार से अभेडा बॉयोलोजिकल पार्क से दो शावकों को जंगल में रिलीज करने की परमिशन मिली है।

-इनमें मादा को मुकंदरा व नर को रामगढ़ में छोड़ा जाएगा। इसके अलावा NTCA से दो बाघिन के मुकंदरा हिल्स टाइगर रिजर्व में लाने की परमिशन मिली है। हालांकि की अभी तारीख तय नही हुई है।