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Kota चंबल रिवर फ्रंट की जांच एसआईटी करेगी: जोशी

 
Kota चंबल रिवर फ्रंट की जांच एसआईटी करेगी: जोशी

कोटा न्यूज़ डेस्क, कोटा  भाजपा के चुनाव प्रभारी और केंद्रीय संसदीय कार्य, कोयला एवं खान मंत्री प्रल्हाद जोशी कोटा प्रवास पर आए। उन्होंने इस दौरान पत्रकारों से बातचीत में कहा कि चम्बल रिवर फ्रन्ट में घंटी का सांचा खोलने के दौरान जो हादसा हुआ, उसके जिसके लिए यूडीएच मंत्री शांति धारीवाल जिम्मेदार हैं। भाजपा की सरकार आने पर रिवर फ्रन्ट की जांच एसआईटी से करवाएंगे। जोशी ने कहा, रिवर फ्रंट में मौत की आगोश में समाए वर्ल्ड क्लास इंजीनियर और उसके सहायक की मृत्यु, हत्या है। रिवर फ्रंट की घंटी को जबरदस्ती चालू करने का राजनीतिक दबाव बनाया हुआ था, जिसके चलते यह हादसा हुआ। इसके लिए मंत्री धारीवाल जिम्मेदार हैं। चम्बल रिवर फ्रन्ट बनाने में भ्रष्टाचार हुआ है, उसकी भी जांच करवाई जाएगी। उन्होंने खान एवं गोपाल मंत्री प्रमोद जैन भाया पर भी गुंडागर्दी और भ्रष्टाचार के आरोप लगाए। जोशी ने प्रधानमंत्री की मंगलवार को होने वाली सभा में अधिक से अधिक संख्या में लोगों के पहुंचने का आह्वान किया।

कोटा. देवेन्द्र आर्य के बेटे धनन्जय आर्य ने बताया कि उसके पिता दुनिया की सबसे बड़ी घंटी बना रहे थे। उनका ड्रीम प्रोजेक्ट था। इसमें उन्हें कई वर्ल्ड रिकॉर्ड भी मिले। इससे कई लोगों को जलन हुई् कि इनका इतना नाम क्यों आ रहा है। यह सरकारी रिकॉर्ड है। नेता शांति धारीवाल व टीम ने पिता पर बहुत दबाव डाला। वह शुगर, बीपी के मरीज थे। उनकी हार्ट की भी सर्जरी हुई थी। उन्होंने घंटी बनाई और उसे प्रोसेस के अनुसार खोल रहे थे, लेकिन इन्होंने खोलने की जल्दबाजी की। चीफ आर्किटेक्ट अनूप भरतरिया ने कहा कि मैं खोल दूंगा। ढलाई के तीन दिन बाद ही इसे खोलने के लिए काफी दबाव बनाने लगे। लेकिन पिता ने कहा कि जल्दबाजी में खोला तो घंटी टूट जाएगी। इस पर आर्य को प्रोजक्ट से हटाकर खुद घंटी को खोलने का प्रयास किया, लेकिन नहीं खोल पाए। इस पर वापस पिता को बुलाया गया और मतदान से पहले इसे खोलने का दबाव बनाया। ऐसा दबाव बनाया जाता था कि आज सात बॉक्स खोल दो, आज छह बॉक्स खोल दो। इस दबाव में वे घंटी पर से गिर गए और उनकी जान चली गई।