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Kota तिरंगा और बास्केटबॉल कोर्ट के नाम पर 10 लाख रुपए का गबन मामले में सरपंच और सचिव गिरफ्तार

 
Kota तिरंगा और बास्केटबॉल कोर्ट के नाम पर 10 लाख रुपए का गबन मामले में सरपंच और सचिव गिरफ्तार

कोटा न्यूज़ डेस्क, कोटा सुकेत ग्राम पंचायत में कागजों पर बास्केटबॉल कोर्ट बनाकर 10 लाख रुपए का गबन करने के मामले में पुलिस ने सोमवार देर रात सुकेत ग्राम पंचायत के तत्कालीन सरपंच और वर्तमान पालिकाध्यक्ष गोवर्धन मेहरा और तत्कालीन सचिव (ग्राम विकास अधिकारी) ब्रज किशोर को गिरफ्तार कर लिया। 20 मीटर ऊंचा तिरंगा झंडा स्थापित करना। मेहरा को गिरफ्तार कर लिया गया. भ्रष्टाचार उजागर होने के बाद पंचायती राज विभाग की जांच में दोनों को दोषी पाया गया. ऐसे में खैराबाद खंड विकास अधिकारी ने सुकेत थाने में मामला दर्ज कराया था. जिसके बाद पुलिस ने मामले की जांच की और दोनों को सुभाष कॉलोनी स्थित सचिव के घर से गिरफ्तार कर लिया.

पहले सुकेत में ग्राम पंचायत थी। पिछले साल के बजट में इसे नगर पालिका बना दिया गया। नगरपालिका अधिसूचना जारी होने के दौरान सरपंच गोवर्धन मेहरा और ग्राम विकास अधिकारी बृजकिशोर मेहरा ने विकास कार्यों के नाम पर लाखों रुपए का घोटाला किया। घोटाले की खबर डिजिटल ने प्रमुखता से प्रकाशित की थी. बताया गया कि सुकेत में बास्केटबॉल कोर्ट और 20 मीटर ऊंचा तिरंगा झंडा लगाए बिना ही पंचायत ने तिरूपति की एक फर्म को करीब 10 लाख रुपये का भुगतान कर दिया.

थाना प्रभारी विष्णु सिंह ने बताया कि पुलिस टीम सोमवार सुबह से ही मामले में आरोपी सरपंच और सचिव की तलाश कर रही थी. शाम को सूचना मिली कि दोनों रामगंजमंडी में हैं। उपाध्यक्ष सुनील गौतम ने इसकी शिकायत पंचायत राज मंत्री मदन दिलवर से की, जिस पर जिला परिषद कार्यकारी अधिकारी ममता तिवारी को जांच के निर्देश दिये गये. ऐसे में कार्यपालक पदाधिकारी ने 3 सदस्यों की टीम गठित कर 10 जनवरी को मामले की जांच करायी. पंचायती राज विभाग की तीन सदस्यीय जांच टीम ने भी माना था कि विकास कार्यों के नाम पर भ्रष्टाचार हुआ है. ग्राम पंचायत. इस रिपोर्ट के बाद खैराबाद पंचायत समिति बीडीओ हेमाश्री प्रद्युम्न ने 21 जनवरी को सुकेत थाने में आरोपी सरपंच गोवर्धन मेहरा और ग्राम विकास अधिकारी बृजकिशोर मेहरा के खिलाफ मामला दर्ज कराया था.

पट्टा बनाने में भी हेराफेरी की गई

इस घोटाले के अलावा सुकेत ग्राम पंचायत में भी घोटाले उजागर हुए थे. इनकी भी जांच की जा रही है. 1 हजार से अधिक पट्टों के नवीनीकरण के लिए प्रत्येक पट्टे से 2100 रुपए लिए गए, जिसे केस बुक में नहीं दर्शाया गया। इसमें भी करीब 37 लाख रुपये का भ्रष्टाचार हुआ है. ऐसे में पुलिस टीम ने सचिव ब्रज किशोर मेहरा के सुभाष कॉलोनी स्थित घर पर छापा मारा. तो वो दोनों गेट बंद करके कमरे के अंदर बैठे हुए थे. जिसके बाद गेट खोला गया और दोनों को गिरफ्तार कर थाने लाया गया. जिसे मंगलवार को कोर्ट में पेश किया जाएगा।

पंचायती राज विभाग की टीम ने जांच की और दोषी को ढूंढ लिया

उपाध्यक्ष सुनील गौतम ने इसकी शिकायत पंचायत राज मंत्री मदन दिलवर से की, जिस पर जिला परिषद कार्यकारी अधिकारी ममता तिवारी को जांच के निर्देश दिये गये. ऐसे में कार्यपालक पदाधिकारी ने 3 सदस्यों की टीम गठित कर 10 जनवरी को मामले की जांच करायी. पंचायती राज विभाग की तीन सदस्यीय जांच टीम ने भी माना था कि विकास कार्यों के नाम पर भ्रष्टाचार हुआ है. ग्राम पंचायत. इस रिपोर्ट के बाद खैराबाद पंचायत समिति बीडीओ हेमाश्री प्रद्युम्न ने 21 जनवरी को सुकेत थाने में आरोपी सरपंच गोवर्धन मेहरा और ग्राम विकास अधिकारी बृजकिशोर मेहरा के खिलाफ मामला दर्ज कराया था.

पट्टा बनाने में भी हेराफेरी की गई

इस घोटाले के अलावा सुकेत ग्राम पंचायत के अन्य घोटाले उजागर हुए थे. इनकी भी जांच की जा रही है. एक हजार से अधिक पट्टों के नवीनीकरण के लिए प्रत्येक पट्टे से 2100 रुपये लिए गए। जिसे केस बुक में नहीं दिखाया गया. इसमें भी करीब 37 लाख रुपये का भ्रष्टाचार हुआ है.