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कोटा दशहरा मेले में इस बार बदला जाएगा रावण दहन स्थल, जानिए कब से शुरू होगी दुकानों और झूलों की आवंटन प्रक्रिया

 
कोटा दशहरा मेले में इस बार बदला जाएगा रावण दहन स्थल, जानिए कब से शुरू होगी दुकानों और झूलों की आवंटन प्रक्रिया

कोटा के राष्ट्रीय दशहरा मेले में इस वर्ष स्थाई दुकानें व झूले आवंटन की प्रक्रिया जून माह में पूरी कर ली जाएगी। कोटा दशहरा मेले में ऐसा पहली बार हो रहा है, जब दुकानों व झूलों का आवंटन मेले से चार माह पहले किया जाएगा। इस बार विजयश्री रंगमंच पर रावण दहन भी नहीं किया जाएगा। नई जगह मंच के दाईं ओर अस्थाई दुकानों के पास होगी। रावण दहन के बाद यह जगह अस्थाई दुकानों के लिए दुकानदारों को आवंटित कर दी जाएगी।

आवंटन की यह प्रक्रिया जून-जुलाई माह में पूरी कर ली जाएगी। रावण के पुतले के आकार के अनुसार उसके चारों ओर गोलाकार तरीके से 250 फीट से अधिक खाली जगह छोड़ी जाएगी। मेला समिति अध्यक्ष विवेक राजवंशी ने बताया कि राष्ट्रीय दशहरा मेले के लिए स्थाई दुकानें व झूले आवंटन की प्रक्रिया इस वर्ष 12 जून से शुरू की जाएगी। जो 30 जून तक पूर्ण हो जाएगी। इसके बाद शेष बची जगह पर नीलामी के माध्यम से मेला प्रकोष्ठ द्वारा अस्थाई दुकानें व स्थान आवंटित किए जाएंगे। मेले में 700 से अधिक स्थाई, अस्थाई व नीलामी आवंटन किए जाएंगे।

दिल्ली व हरियाणा के कारीगर बनाएंगे रावण का पुतला
कोटा दशहरा मेले में इस वर्ष विश्व का सबसे ऊंचा 215 फीट का रावण बनाने के लिए टेंडर प्रक्रिया शुरू हो गई है। तकनीकी बिड 14 जून को खोली जाएगी।रावण, मेघनाद, कुंभकरण के पुतले बनाने, उन्हें खड़ा करने व उनकी आतिशबाजी पर करीब 44 लाख रुपए खर्च होंगे। पुतले दिल्ली व हरियाणा के कारीगर बनाएंगे। यह पिछले वर्ष के रावण के पुतले से 140 फीट बड़ा होगा। पिछले वर्ष 75 फीट का रावण का पुतला जलाया गया था। इसके अलावा कुंभकरण व मेघनाद के 60-60 फीट के पुतले बनाए जाएंगे। कोटा में बनने वाले 215 फीट ऊंचे रावण के पुतले के लिए खास स्ट्रक्चर तैयार किया जाएगा। यह स्ट्रक्चर आरसीसी का होगा। जिसके ऊपर लोहे के तीन टुकड़ों से बना स्ट्रक्चर लगाया जाएगा। इसी स्ट्रक्चर के सहारे रावण का पुतला खड़ा किया जाएगा।

आचार संहिता से पहले हो जाएगा काम
इस साल निगम चुनाव नवंबर माह में हो सकते हैं। इसके चलते मेला कमेटी आचार संहिता से पहले दशहरा मेले की सभी तैयारियां पूरी करने की योजना पर काम कर रही है। दुकानों के आवंटन के अलावा रावण और उसके परिवार के पुतलों के टेंडर भी पूरे कर लिए जाएंगे। इसके अलावा मेले से जुड़ी अन्य तैयारियां भी तेजी से पूरी की जा रही हैं।