Aapka Rajasthan

Kota उत्तरी निगम के नए फायर स्टेशनों के नाम पर सिर्फ कागजी घोड़े दौड़ रहे

 
Kota उत्तरी निगम के नए फायर स्टेशनों के नाम पर सिर्फ कागजी घोड़े दौड़ रहे

कोटा न्यूज़ डेस्क, कोटा उत्तर नगर निगम क्षेत्र में चार नए अग्निशमन केन्द्र बनाने की योजना के नाम पर महज कागजी घोड़े दौड़ रहे हैं। हाल ये हैं कि चार नए अग्निशमन केन्द्र बनना तो दूर यहां पहले से स्थापित अग्निशमन केन्द्र की हालत खराब और अव्यविस्थत है। इसके चलते स्टेशन समेत दूरस्थ क्षेत्रों में आग लगने पर अग्निशमन वाहन देरी से पहुंचते हैं। कोटा उत्तर निगम में खेड़ली फाटक, बूंदी रोड पर नांता और सब्जीमंडी में नगर निगम उत्तर के नए भवन के साथ नए अग्निशमन केन्द्र बनाने के प्रस्ताव लिए गए थे। इसके अलावा बारां रोड पर बोरखेड़ा क्षेत्र में अग्निशमन केन्द्र बनाने को लेकर विचार-विमर्श किया जा रहा था, लेकिन अग्निशमन केन्द्र बनाने के नाम पर बरसों से महज कागजी घोड़े दौड़ रहे हैं। इसमें से केवल खेड़ली फाटक में ही काम शुरू हो सका है।

फैलता जा रहा है कोटा : कोटा उत्तर निगम का क्षेत्र बूंदी रोड पर बल्लोप तक पहुंच गया है। इसी प्रकार बारां रोड पर निगम का क्षेत्र बायपास तक जा पहुंचा है। वहीं स्टेशन क्षेत्र पर रंगपुर रोड तक कोटा शहर फैल गया है। इसके अलावा नगर निगम क्षेत्र के आसपास के गांवों और वन क्षेत्रों में भी आग बुझाने का काम निगम के अग्निशमन दस्तों के भरोसे है।

गर्मी में बढ़ जाते हैं आग के मामले : गर्मी में तापमान बढ़ने के कारण आग के मामले बढ़ जाते हैं। कोटा के आसपास वन क्षेत्रों में तेंदू के काफी पेड़ हैं। गर्मियों में ये पेड़ सारे पत्ते गिरने से ठूंठ में बदल जाते हैं। ऐसे में वन क्षेत्रों में सूखे पत्तों की भरमार होती है। तेज गर्मी में हल्की सी चिन्गारी से इनमें आग लग जाती है, जो तेजी से जंगल में फैल जाती है। ऐसे में कोटा के चारों और वन क्षेत्र में आग को रोकने के लिए अग्निशमन सेवाओं की जरूरत होती है। इसके अलावा शहर में भी आग लगने के मामले भी बढ़ते जा रहे हैं। उत्तर निगम में खेड़ली फाटक में अग्निशमन के लिए भवन का काम चल रहा है। इसके अलावा नांता में जमीन आवंटन प्रकिया में है। बोरखेड़ा को लेकर भी विचार चल रहा है। बजट व भूमि आवंटन के बाद प्रकिया आगे बढ़ेगी।कोटा दक्षिण क्षेत्र में तीन फायर स्टेशन श्रीनाथपुरम, भामाशाह मंडी और रानपुर में हैं। वहीं कोटा उत्तर निगम में महज एक ही फायर स्टेशन हैं। दक्षिण निगम में चंबल गार्डन और दशहरा मैदान में से एक स्थान पर एक नया फायर स्टेशन बनाया जाना भी प्रस्तावित है।