कोटा में मतदाता सूची में बड़ी गड़बड़ी, एक ही मतदाता का तीन बूथों पर नाम दर्ज
जिले में मतदाता सूचियों के विशेष पुनरीक्षण (एसआईआर-2026) की प्रक्रिया पूरी होने के बाद ड्राफ्ट मतदाता सूचियां प्रकाशित कर दी गई हैं। ड्राफ्ट सूची सामने आने के बाद कई तरह की त्रुटियां उजागर हो रही हैं। ऐसा ही एक मामला कोटा दक्षिण विधानसभा क्षेत्र से सामने आया है, जहां एक महिला मतदाता का नाम तीन अलग-अलग बूथों पर दर्ज पाया गया है।
ड्राफ्ट मतदाता सूचियों के अनुसार, सावित्री देवी पत्नी इंद्रजीत का नाम कोटा दक्षिण विधानसभा क्षेत्र के तीन बूथों में शामिल है। हैरानी की बात यह है कि तीनों ही बूथ नए क्रमांक वाले हैं। मतदाता सूची में सावित्री देवी का नाम, पति का नाम और पता लगभग समान दर्ज है, इसके बावजूद उनका नाम तीन अलग-अलग मतदान केंद्रों पर दिखाई दे रहा है। इस गड़बड़ी ने निर्वाचन विभाग की कार्यप्रणाली पर सवाल खड़े कर दिए हैं।
जानकारी के अनुसार, मतदाता सूची के विशेष पुनरीक्षण के दौरान नए मतदाताओं को जोड़ने, मृत मतदाताओं के नाम हटाने और स्थानांतरण के मामलों को अपडेट किया गया था। इसी प्रक्रिया के बाद ड्राफ्ट सूची प्रकाशित की गई, ताकि आमजन अपनी प्रविष्टियों की जांच कर सकें और यदि कोई त्रुटि हो तो आपत्ति दर्ज करा सकें। लेकिन एक ही मतदाता का नाम तीन बूथों पर दर्ज होना गंभीर चूक माना जा रहा है।
स्थानीय लोगों का कहना है कि यदि इस तरह की त्रुटियां समय रहते ठीक नहीं की गईं, तो चुनाव के दौरान गड़बड़ी की आशंका बढ़ सकती है। एक मतदाता का एक से अधिक स्थानों पर नाम होना न केवल नियमों के खिलाफ है, बल्कि इससे मतदान की निष्पक्षता पर भी सवाल उठते हैं।
निर्वाचन विभाग के अधिकारियों का कहना है कि ड्राफ्ट सूची का उद्देश्य ही ऐसी गलतियों को सामने लाना है। अधिकारियों के अनुसार, यदि किसी मतदाता का नाम एक से अधिक स्थानों पर दर्ज पाया जाता है, तो संबंधित व्यक्ति या कोई भी नागरिक निर्धारित समय सीमा के भीतर दावा-आपत्ति दर्ज करा सकता है। जांच के बाद सही स्थान पर नाम रखा जाएगा और अन्य स्थानों से हटाया जाएगा।
बताया जा रहा है कि सावित्री देवी के मामले को लेकर संबंधित बूथ लेवल अधिकारियों (बीएलओ) को भी सूचित किया गया है। वे मौके पर जाकर सत्यापन करेंगे और रिपोर्ट निर्वाचन कार्यालय को सौंपेंगे। इसके आधार पर अंतिम मतदाता सूची में सुधार किया जाएगा।
फिलहाल ड्राफ्ट मतदाता सूचियों को लेकर आमजन से अपील की गई है कि वे अपने नाम, पता और अन्य विवरणों की सावधानीपूर्वक जांच करें। यदि किसी तरह की गलती या दोहराव नजर आता है तो तुरंत निर्वाचन कार्यालय या ऑनलाइन पोर्टल के माध्यम से आपत्ति दर्ज कराएं। समय पर सुधार होने से ही आगामी चुनाव प्रक्रिया को निष्पक्ष और पारदर्शी बनाया जा सकेगा।
