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Kota ऑनलाइन गेमिंग के कारण बच्चे परिवार से दूर होते जा रहे

 
Kota ऑनलाइन गेमिंग के कारण बच्चे परिवार से दूर होते जा रहे 

कोटा न्यूज़ डेस्क, कोटा बच्चे इन दिनों मोबाइल गेम्स में इतने ज्यादा खो रहे हैं कि उन्हें रियल लाइफ में क्या चल रहा है, इसका पता ही नहीं लग रहा। बच्चों के स्वास्थ्य पर विपरीत प्रभाव पड़ रहा है। ऑनलाइन गेमिंग व इंस्टेंट लोग के चक्कर में फंसे बच्चे अपने परिवार से भी दूर होते जा रहे है। ऐसे में पेरेंट्स को अपने बच्चों की ऑनलाइन गतिविधियों पर नजर रखनी होगी। साइबर क्राइम एक्सपर्ट ने बताया कि मोबाइल में अनजान एप डाउनलोड न करें। सोचें कि जिस एप को डाउनलोड कर रहे हैं, क्या यह हमारे लिए जरूरी है। क्या हमने यह जांच कर ली है कि यह एप सुरिक्षत है। क्या डाउनलोड करने से पहले एप के रिव्यू देख लिए, क्योंकि रिव्यू में एप के बारे 80 प्रतिशत जानकारी मिल जाती है कि एप सही है या नहीं। यदि कोई प्ले स्टोर से कोई एप डाउनलोड करते है तो उसमें लिखा होता है कि वैरीफाइड बॉय प्ले प्रोडक्ट तो यह सही है। यदि यह नहीं लिखा हुआ आता है तो ऐसे एप को सोच समझकर ही डाउनलोड करें।

लिंक या यूआरएल को भी कर सकते हैं चेक

साइबर एक्सपर्ट के अनुसार, गुगल पर यूआरएल या लिंक खोलने से पहले इसकी जांच कर भी देखा जा सकता है कि हम जिस यूआरएल या लिंक को खोल रहे है वह सही है या नहीं। लिंक या यूआरएल चेक करने की बहुत सी वेबसाइट है, जहां जाकर इन्हें चेक किया जा सकता है। गवर्नमेंट ऑफ इंडिया ने भी यूआरएल व लिंक चेक करने के लिए एप बना रखा है इनमें द्व- kavach2 या द्गस्ष्ड्डठ्ठ- CERT in Bot Removal एप हर मोबाइल में डाउनलोड होना चाहिए। इन एप से फोन को स्कैन कर सकते हैं, जिससे कोई भी साइबर अटैक फोन पर हुआ तो यह हमें अलर्ट करते हैं और प्रोटेक्ट भी करते हैं।

ऑनलाइन गेमिंग में फंसे एक छात्र के आत्महत्या करने के बाद यूपी के वाराणसी साइबर सेल की सूचना पर कोटा में कोचिंग कर रहे महाराष्ट्र नासिक निवासी एक छात्र को आत्महत्या करने से बचा लिया। पुलिस ने बताया कि कोटा में कोचिंग कर रहे छात्र का दोस्त रणवीर उपाध्याय पबजी गेम में एक ग्रुप का एडमिन था। रणवीर ने एक दिन पहले आत्महत्या कर ली थी। कोटा में कोचिंग कर रहे छात्र ने उसके मोबाइल पर सुसाइड करने का मैसेज डाल रखा था। वाराणसी साइबर सेल को इसकी जानकारी मिली तो कोटा पुलिस को सूचना दी। कोटा पुलिस की सजगता से छात्र को बचा लिया और रविवार को परिजन के सुपुर्द कर दिया।