कोटा नगर निगम के नए वार्ड! जानें आपका वार्ड नंबर कौन सा है? 17 अप्रैल तक दर्ज करा सकते है आपत्ति

राज्य सरकार ने शुक्रवार को कोटा, जयपुर और जोधपुर दोनों नगर निगमों को मिलाकर एक निगम बनाने के लिए अलग-अलग अधिसूचना जारी कर दी। यह अधिसूचना दोनों निगमों का कार्यकाल पूरा होने के बाद लागू होगी। अब कोटा में भी एक निगम और कुल 100 वार्ड होंगे। उधर, जिला प्रशासन ने शुक्रवार शाम दिनभर की मशक्कत के बाद नगर निगम के 100 वार्डों के हिसाब से परिसीमन और सीमांकन के प्रस्ताव प्रकाशित कर निगम भवन में चस्पा कर दिए। प्रस्तावित परिसीमन को लेकर 17 अप्रैल तक आपत्तियां दर्ज कराई जा सकेंगी। वार्डों का सीमांकन 2011 की जनसंख्या के आधार पर किया गया है।
प्रशासन की ओर से जारी वार्ड परिसीमन प्रस्तावों के अनुसार, संपूर्ण कैथून नगर क्षेत्र को घटाकर मात्र तीन वार्ड कर दिया गया है। जबकि वर्तमान नगर पालिका कैथून में कुल 25 वार्ड हैं। परिसीमन प्रस्ताव के अंतिम दिन गुरुवार को कैथून सहित तीन ग्राम पंचायतों को कोटा नगर निगम में शामिल करने के आदेश जारी कर दिए गए। कोटा नगर निगम क्षेत्र में सबसे बड़ा वार्ड वार्ड-5 होगा, जिसकी जनसंख्या 29290 है। यह वार्ड लाडपुरा विधानसभा क्षेत्र में आ रहा है। जबकि जनसंख्या की दृष्टि से सबसे छोटा वार्ड वार्ड 25 है। इसकी जनसंख्या 5100 है और यह कोटा दक्षिण विधानसभा क्षेत्र में आएगा।
कैथून के लोगों को 18 किमी का सफर करना पड़ेगा
कोटा नगर निगम सीमा में शामिल होने के बाद कैथून कस्बे सहित मौजूदा नगर पालिका क्षेत्र के लोगों को अब नगर निगम संबंधी कार्यों के लिए कोटा नगर निगम आना पड़ेगा। इसके लिए उन्हें 18 से 23 किमी का सफर तय करना पड़ेगा। निगम के लिए किए गए परिसीमन में विधानसभा क्षेत्रों के साथ-साथ थाना क्षेत्रों का भी ध्यान रखा गया है। परिसीमन में वार्डों का गठन इस तरह किया गया है कि किसी भी वार्ड की सीमा विधानसभा क्षेत्र के हिसाब से नहीं बदली है। प्रस्तावित परिसीमन में थाना क्षेत्र की सीमा का भी ध्यान रखा गया है।
कोटा दक्षिण में सबसे ज्यादा वार्ड, रामगंज मंडी में सबसे कम
कोटा नगर निगम के लिए किए गए परिसीमन में सबसे ज्यादा वार्ड कोटा दक्षिण विधानसभा क्षेत्र में हैं। कोटा दक्षिण विधानसभा क्षेत्र में कुल 41 वार्ड हैं। इसके बाद कोटा उत्तर विधानसभा क्षेत्र में 34 वार्ड हैं। इसमें कैथून नगर पालिका क्षेत्र के तीन वार्ड भी शामिल हैं। वहीं, लाडपुरा विधानसभा क्षेत्र में 19 वार्ड शामिल किए गए हैं। नगर निगम में सबसे कम वार्ड रामगंज मंडी विधानसभा क्षेत्र में 6 होंगे।
इन क्षेत्रों की जनसंख्या में बड़ा बदलाव बोरखेड़ा, सुभाष नगर, कुन्हाड़ी, बालिता, आंवली-रोजड़ी और अनंतपुरा में जनसंख्या सबसे ज्यादा बढ़ी है। ऐसे में 2011 की जनसंख्या के हिसाब से वार्ड में जनसंख्या कम नजर आती है, लेकिन वर्तमान में यहां जनसंख्या उससे दोगुनी या उससे ज्यादा है। निगम का राजनीतिक गणित कोटा में वर्तमान में दो निगम हैं। चुनाव के समय दोनों नगर निगमों में कांग्रेस का बोर्ड और कांग्रेस के मेयर थे। वर्तमान में कोटा उत्तर निगम में कांग्रेस का बोर्ड है और मेयर भी कांग्रेस से हैं, लेकिन कोटा दक्षिण मेयर राजीव अग्रवाल लोकसभा चुनाव से ठीक पहले कांग्रेस छोड़कर भाजपा में शामिल हो गए। इसके चलते इस निगम में मेयर भाजपा से बन गए। एक दर्जन पार्षद भी भाजपा में शामिल हो गए। कोटा दक्षिण निगम प्रदेश का एकमात्र निगम है, जहां मेयर और नेता प्रतिपक्ष सत्ताधारी दल से हैं। वर्तमान में कोटा दक्षिण निगम में 80 और कोटा उत्तर निगम में 70 वार्ड हैं। कैथून में पिछले डेढ़ दशक से कांग्रेस का बोर्ड बनता आ रहा है। 5 बड़ी विसंगतियां
2025 में किए गए परिसीमन में 2011 की जनसंख्या को लिया गया है।
वार्डों की जनसंख्या के अनुपात में परिसीमन नहीं किया गया है।
नए क्षेत्र के वार्डों का दायरा क्षेत्रफल के लिहाज से काफी बड़ा कर दिया गया है।
निगम क्षेत्र में शामिल किए गए गांवों का क्षेत्रफल काफी बड़ा कर दिया गया है। जबकि वहां विकास की ज्यादा जरूरत है। वहां छोटे वार्ड बनाए जाने चाहिए थे।
कई वार्डों की सीमा को तीन थानों में बांट दिया गया है।
कौन से वार्ड किस विधानसभा क्षेत्र में होंगे
कोटा दक्षिण: वार्ड संख्या 23 से 26, वार्ड संख्या 51 से 56, वार्ड संख्या 58 से 66, वार्ड संख्या 79 से 100।
कोटा उत्तर: वार्ड संख्या 1, वार्ड 9 से 18, वार्ड 34 से 36, वार्ड 38 से 50, वार्ड 72 से 78
लाडपुरा: वार्ड संख्या 3 से 8, वार्ड 27 से 33, वार्ड 37, वार्ड 67 से 71।
रामगंज मंडी: वार्ड संख्या 2, वार्ड 19 से 22 और वार्ड संख्या 57 शामिल।
जानिए तीन सबसे बड़े वार्ड
सबसे बड़ा वार्ड वार्ड 5 है। इसमें रायपुरा, राजनगर, गायत्री विहार, मानसरोवर कॉलोनी, कंवरपुरा धाकड़ खेड़ी और उम्मेदगंज गांव का क्षेत्र और कैथून नगर पालिका का कैथून सांगोद रोड का संपूर्ण दक्षिणी क्षेत्र शामिल है। इसकी जनसंख्या 9290 आंकी गई है। वार्ड 6 दूसरे स्थान पर है। इसमें देवली अरब महालक्ष्मीपुरम, मिलत नगर, श्याम नगर, हाथी खेड़ा, ग्राम हनुमंत खेड़ा, श्रीराम कॉलोनी, जगन विहार, गुरु नानक विहार, अरावली विहार, टैगोर नगर, कृष्णा नगर, मोती नगर, गणेश नगर, ब्रज विहार, देवली अरब रोड, कौटिल्य नगर, प्रताप नगर, नगर पालिका क्षेत्र कैथून के सांगोद रोड का उत्तरी भाग और ग्राम पंचायत भीमपुरा के राजस्व ग्राम भीमपुरा का संपूर्ण क्षेत्र शामिल है। इसकी जनसंख्या 23036 है। जनसंख्या की दृष्टि से वार्ड 7 तीसरा सबसे बड़ा वार्ड है। इसकी जनसंख्या 21324 होने का अनुमान है। इसमें मानपुरा, अर्जुनपुर, दसलाना, झालीपुरा, जगन्नाथपुरा, बोरखंडी छोटी और बोरखंडी बड़ी, नयानोहर, ग्राम पंचायत खेड़ा रसूलपुर का संपूर्ण सीमा क्षेत्र शामिल है।