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Kota केडीए और दोनों निगमों में पिछले 5 सालों में वित्तीय अराजकता रही

 
Kota केडीए और दोनों निगमों में पिछले 5 सालों में वित्तीय अराजकता रही

कोटा न्यूज़ डेस्क, कोटा केडीए द्वारा राव सूरजमलजी की छतरी तोड़ने के मामले में यूडीएच मंत्री झाबर सिंह खर्रा ने रिपोर्ट मांगी है। कोटा दौरे पर आए खर्रा ने मीडिया से बातचीत में कहा कि मैंने इस प्रकरण की रिपोर्ट मांगी हैं, उसके आधार पर आगे की कार्रवाई करेंगे। इससे पहले खर्रा ने सुबह सर्किट हाउस में केडीए व नगर निगम के अधिकारियों की बैठक ली। इसमें ऊर्जा मंत्री हीरालाल नागर सहित स्थानीय जनप्रतिनिधि और पार्टी पदाधिकारी मौजूद थे। बैठक में उन्होंने मौसमी बीमारियों, स्वच्छता अभियान, आय बढ़ाने के साधनों पर विस्तार से चर्चा की। बैठक के बाद उन्होंने कहा कि वर्ष 2018 से 2023 के दौरान कोटा में केडीए और नगर निगमों में आर्थिक अराजकता रही, उन पर देनदारियां का भार बढ़ा है, उस पर भी चर्चा हुई कि किस तरह हम उस भार को कम करके विकास के कामों के लिए धन जुटाया जाए। क्या नई योजनाएं बनें और उन योजनाओं की क्रियान्वित करके आर्थिक उपार्जन हो और कोटा के विकास में उसका उपयोग हो। उन्होंने कहा कि आने वाले समय में मौसमी बीमारियों का प्रकोप बढ़ सकता है, इसे लेकर अधिकारियों को निर्देश दिए हैं कि वे साफ-सफाई को लेकर खास सतर्कता बरतें और नियमित रूप से एंटी लार्वा एक्टिविटी व फोगिंग कराएं। आज शहर के सभी मुद्दों पर ऊर्जा मंत्री हीरालाल नागर, विधायक संदीप शर्मा, पार्टी के सभी पदाधिकारियों से चर्चा की है।

देवनारायण योजना में गैस प्लांट शुरू करने के निर्देश दिए हैं। उन्होंने यह भी कहा कि कोटा शहर की समस्याओं के समाधान के लिए दिवाली के बाद दो दिन का प्रवास कोटा में करके एक एक समस्या का समाधान किया जाएगा। ऊर्जा मंत्री ने की अलग से मंत्रणा : यूडीएच मंत्री खर्रा दोपहर में ऊर्जा मंत्री हीरालाल नागर के घर गए, वहां दोनों के बीच कई मुद्दों पर लंबी मंत्रणा हुई। ऊर्जा मंत्री नागर ने अपने विधानसभा और प्रभार क्षेत्र की नगर पालिकाओं की स्थिति पर उनसे चर्चा की। यहीं मेला समिति के अध्यक्ष और नेता प्रतिपक्ष विवेक राजवंशी ने मंत्री से कोटा निगम के चुंगी पुनर्भरण को कम करने को लेकर बात की। राजवंशी ने कहा कि चुंगी पुनर्भरण इसलिए घटाया था कि सिक निकायों को ऊपर उठाया जाए, लेकिन वे निकाय तो ऊपर नहीं उठ पाए, निगम और सिक हो गए। इसलिए इस पर विचार किया जाए।