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Kota बीजेपी का आरोप- रिवर फ्रंट हादसा, हत्या नहीं, जाँच की मांग

 
Kota बीजेपी का आरोप- रिवर फ्रंट हादसा, हत्या नहीं, जाँच की मांग 

कोटा न्यूज़ डेस्क, कोटा बीजेपी के राष्ट्रीय प्रवक्ता शहजाद पूनावाला ने कोटा के चंबल रिवर फ्रंट पर दुनिया की सबसे बड़ी घंटी को उसके मोल्डेड बॉक्स से निकालते समय हुए हादसे को हादसा नहीं हत्या बताया है. इस हादसे में देवेन्द्र आर्य और उनके साथी रामकेश उर्फ छोटू की मौत हो गई। चुनावी माहौल में यह मुद्दा तूल पकड़ता जा रहा है. हादसे को लेकर शहजाद पूनावाला ने सोशल मीडिया पर बयान जारी कर कहा कि कोटा में बनी दुनिया की सबसे बड़ी घंटी का सांचा खोलने के लिए देवेन्द्र आर्य और उनकी टीम पर मंत्री धारीवाल और उनकी टीम का भारी दबाव था. यह बात खुद देवेन्द्र आर्य के बेटे भी आरोपों के साथ कह रहे हैं। तीन महीने पहले भी देवेन्द्र आर्य ने सरकार, शांति धारीवाल और प्रशासनिक अधिकारियों को पत्र लिखकर जल्दबाजी में घंटी नहीं खोलने को कहा था.

लेकिन इसके बाद भी इसे आनन-फ़ानन में खुलवाने की कोशिश की जा रही थी. ये हादसा नहीं बल्कि हत्या है, इसके लिए मंत्री धारीवाल और उनकी टीम जिम्मेदार है. पूनावाला ने कहा कि 1400 करोड़ रुपये की लागत से बने रिवर फ्रंट पर भ्रष्टाचार हुआ है. पर्यावरण नियमों का घोर उल्लंघन किया गया है. एनजीटी ने भी मामले का संज्ञान लिया है और उसकी टीम ने यहां का दौरा भी किया था.

फसलों के अवशेष जलाने पर लगेगा जुर्माना

कोटा खरीफ फसल अतंर्गत किसानों द्वारा फसल अवशेषों में आग लगाने के कारण मृदा में असंख्य जीवाणु, किसान के मित्र केंचुएं, मृदा के कार्बनिक पदार्थ को नुकसान होता है, मृदा बंजर होने लगी है, वनस्पति जलकर राख हो जाती है, जीवों को नुकसान होता है और धुएं से वायु प्रदूषण फैलता है जिससे मानव स्वास्थ्य पर विपरीत प्रभाव पड़ता है। संयुक्त निदेशक कृषि विस्तार खेमराज शर्मा ने किसानों से आह्वान किया है कि फसल अवशेषों को जलाने के बजाए इनका सदुपयोग कर सकते हैं। उन्होंने बताया कि भूसा बनाकर अपने पशुओं के लिए भंडारण एवं अतिरिक्त भूसे को बेचकर आर्थिक लाभ कमा सकते हैं।