JEE Advanced 2025 अपडेट: स्टूडेंट्स की रेस्पोंस शीट जारी, एक क्लिक में जाने आंसर की से लेकर रिजल्ट तक की पूरी डिटेल
देश की सबसे कठिन और प्रतिष्ठित इंजीनियरिंग प्रवेश परीक्षा जेईई-एडवांस्ड 2025 की छात्रों की रिस्पॉन्स शीट आईआईटी कानपुर ने जारी कर दी है। परीक्षा 18 मई रविवार को दो पालियों में हुई। इसके साथ ही छात्रों ने अपने रिस्पॉन्स डाउनलोड कर विशेषज्ञों से चर्चा कर अपने अंकों और रैंक का आकलन शुरू कर दिया है। 26 मई को प्रोविजनल आंसर-की जारी की जाएगी। दो जून को रिजल्ट जारी होगा। काउंसलिंग विशेषज्ञ अमित आहूजा ने बताया कि छात्र अपने जेईई-एडवांस्ड आवेदन नंबर, जन्मतिथि, रजिस्टर्ड मोबाइल नंबर से लॉग इन कर रिस्पॉन्स शीट डाउनलोड कर सकते हैं। रिस्पॉन्स शीट में छात्रों द्वारा अपने पेपर के साथ दिए गए उत्तर दर्शाए गए हैं।
रिस्पॉन्स शीट डाउनलोड करने के लिए आईआईटी कानपुर की ओर से तीन वेबलिंक जारी किए गए हैं, हालांकि शुरुआत में जेईई-एडवांस्ड रजिस्ट्रेशन की तरह यहां भी छात्रों को दिक्कतों का सामना करना पड़ा। देर शाम तक रिस्पॉन्स शीट डाउनलोड नहीं हो सकीं। आहूजा ने बताया कि जिन छात्रों के 12वीं बोर्ड में 75 फीसदी अंक नहीं हैं, उन्हें सीबीएसई बोर्ड की ओर से पुनर्मूल्यांकन की सुविधा दी गई है। छात्र 27 मई तक प्रत्येक विषय के लिए 700 रुपये शुल्क देकर उत्तर पुस्तिका प्राप्त कर सकते हैं। उत्तर पुस्तिका का विश्लेषण करने के बाद सत्यापन व पुनर्मूल्यांकन कराया जा सकेगा। पूरी प्रक्रिया सीबीएसई की वेबसाइट पर ऑनलाइन होगी।
75 प्रतिशत पात्रता पूरी न होने पर भी ये हैं विकल्प
देश के विभिन्न राज्यों व केंद्रीय माध्यमिक शिक्षा बोर्ड के रिजल्ट आने के बाद बड़ी संख्या में ऐसे छात्र सामने आ रहे हैं, जिनकी बोर्ड पात्रता पूरी नहीं है। 75 प्रतिशत अंक न आने या टॉप-20 पर्सेंटाइल स्कोर में शामिल न होने के बावजूद जेईई-मेन व एडवांस के आधार पर देश के नामी इंजीनियरिंग संस्थानों में प्रवेश संभव है।
जेईई मेन के आधार पर ट्रिपलआईटी दिल्ली, बेंगलुरु, हैदराबाद, डीटीयू, एनएसयूटी, एलएनएमआईटी, जेपी नोएडा, थापर, निरमा, एमआईटी पुणे, पीडीपीयू जैसे शीर्ष रैंकिंग वाले संस्थानों में प्रवेश मिल सकता है। इसी तरह जेईई एडवांस के आधार पर राजीव गांधी पेट्रोलियम, आईएपीई विशाखापत्तनम केंद्रीय संस्थानों में प्रवेश मिल सकता है। उपरोक्त संस्थानों में प्रवेश के लिए बोर्ड की पात्रता 75 प्रतिशत से काफी कम है। ऐसे में छात्रों को प्रवेश प्रक्रिया के लिए संस्थानों की वेबसाइट चेक करते रहना चाहिए।
