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Kota एनआईटी में भी छात्राओं को डबल रैंक पर मिलता है टॉप ब्रांच में एडमिशन

 
Kota एनआईटी में भी छात्राओं को डबल रैंक पर मिलता है टॉप ब्रांच में एडमिशन
कोटा न्यूज़ डेस्क, कोटा आईआईटी की तर्ज पर छात्रों के मुकाबले दोगुना रैंक पर एनआईटी की टॉप ब्रांचों में छात्राओं को एडमिशन मिल रहा है। इसका फायदा कोर ब्रांचों के साथ लोअर ब्रांचों में पीछे की रैंक तक भी दिखाई दे रहा है।अमित आहूजा ने बताया कि 32 एनआईटी में 20 प्रतिशत फीमेल पूल सुपरन्यूमेरररी सीटें मिलाकर छात्रा के लिए कुल 4 हजार 857 सीटें हैं। जोसा काउंसलिंग समाप्त होने के बाद जारी आंकडों के अनुसार, टॉप एनआईटी तिरछी, वारंगल, सूरथकल, जयपुर, इलाहाबाद, कालीकट, राउरकेला जैसे एनआईटी में कंप्यूटर साइंस की ओपन कैटेगरी में जेंडर न्यूट्रल पूल से छात्रों की क्लोजिंग ऑल इंडिया कोटे से 5 हजार एआईआर के नीचे कटऑफ क्लोज होती है। वही छात्राओं में इन एनआईटी की कंप्यूटर साइंस की ओपन कैटेगरी में फीमेल सुपरन्यूमेरररी पूल से 10 हजार एआईआर कटऑफ तक प्रवेश मिल रहा है, जो कि छात्रों के मुकाबले दोगुना है।

वहीं, इन टॉप एनआईटी की दूसरी ब्रांचे जैसे सिविल, मैकेनिकल, कैमिकल मटलर्जी में छात्रों के मुकाबले दो गुणा एआईआर पर छात्राओं को प्रवेश मिल रहा है। आकड़ों के अनुसार इन टॉप एनआईटी में इन ब्रांचों की कटऑफ क्लोजिंग 25 एआईआर के लगभग रहती है। वहीं छात्राओं के लिए यह कटऑफ फीमेल सुपरन्यूमेरररी पूल से 45 हजार तक मिल रही है। इसके अतिरिक्त अगर इन एनआईटी में होम स्टेट कोटा से छात्रों के मुकाबले छात्राओं को ब्रांचे की कटऑफ देखें तो दो गुना रैंक से भी अधिक रैंक्स पर मिल जाती है। कुछ स्टेट्स जैसे नॉर्थ ईस्ट, अगरतला, अरुणाचल, सिल्चर में तो होम स्टेट कोटे में यह अंतर दो गुना रैंक्स से भी जायदा देखने को मिलता है। अगर ओपन कैटेगरी के अतिरिक्त एससी एसटी कैटेगरी के आंकड़े पर नजर डालें तो छात्रों के मुकाबले छात्राओं को एनआईटी में प्रवेश की संभावनाएं ढाई गुना रैंक्स तक पहुंचती है, जो कि होम स्टेट कोटे से मिलने वाली ब्रांचों पर निर्भर करती है।